आईएमए के आह्वान पर प्राईवेट अस्पतालों में रही हड़ताल

मरीज के परिजनों के द्वारा डॉक्टर टीम पर हमला कर देना अस्पताल में


रणघोष अपडेट. कैथल. रेवाड़ी

मिक्सोपैथी के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के डॉक्टर एकजुट हो गए हैं। इसे लेकर शुक्रवार को   डॉक्टर सुबह से ही हड़ताल पर रहें। निजी अस्पताल, क्लीनिक व डायग्नोस्टिक सेंटर में रूटीन जांच और ओपीडी पूरी तरह से बंद रही। सिर्फ इमरजेंसी में मरीजों का इलाज और जांच की गई , कोविड महामारी के दौरान आमजन और डॉक्टरों के बीच लगातार तकरार का बढऩा और  तोडफ़ोड़ और डॉक्टरों के साथ हाथापाई की घटना के विरोध स्वरूप आई.एम.ए एमबीबीएस डॉक्टरों के द्वारा 10 बजे से लेकर 2 बजे तक ओपीडी बंद कर दी गई। वहीं कैथल आई. एम. ए के जिला उपाध्यक्ष अरविंद गुप्ता ने बताया कि इमरजेंसी केस को हम पहले की तरह इलाज दे रहे हैं। लेकिन सिर्फ और सिर्फ ओपीडी बंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के बीच मे मरीज के परिजनों के द्वारा डॉक्टर टीम पर हमला कर देना अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर देना काफी निंदनीय है। कोई भी डॉक्टर नहीं चाहता कि उसकी मरीज के साथ बुरी घटना हो या फिर लापरवाही के कारण किसी की जान चली जाए डॉक्टर के द्वारा हर संभव प्रयास किए जाते हैं। जिसके बलबूते पर मरीज की जान बचाई जा सके लेकिन कोविड-19 महामारी मे देखने को मिला है कि मरीजों की जान महामारी से चली गई और परिजनों ने इसके लिए डॉक्टर और अस्पताल को जिम्मेदार ठहरा दिया गया। ऐसे असुरक्षित माहौल के बीच में हमें भी घबराहट और डर लगता है इसी के विरोध स्वरूप आज हड़ताल करने का फैसला किया है। रेवाड़ी में भी आईएमए सदस्यों ने काली पट्टी लगाकर अपना विरोध जताया।

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