प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े स्कूलों ने खुले रखे अपने संस्थान, कहां यह तुगलकी फरमान था

प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अंतर्गत आने वाले निजी स्कूलों ने शुक्रवार को प्राइमरी स्कूल खोलने की मांग पर बंद के आह्वान का विरोध किया। इस एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि बंद करना शिक्षण संस्थान की मर्यादा के एकदम खिलाफ है। एसोसिएशन के जिला प्रधान अमित यादव एवं  पूर्व प्रधान एवं नव ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक सत्यवीर यादव ने कहा कि प्राइमरी कक्षाएं शुरू कराने के लिए स्कूलों को बंद कराने के निर्णय से ऐसा लगता है कि सरकार बच्चों के भविष्य को चौपट करने का निर्णय ले चुकी है और निजी स्कूल एसोसिएशन इसे बचाने के लिए आंदोलन करने के लिए मजबूर है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह से खत्म् नहीं हुआ है लेकिन काफी हद तक कंट्रोल में आ चुका है। इसलिए  दिनचर्या रूटीन में आ रही है। कुछ राज्यों में स्कूल पूरी तरह से खुल गए हैं। ऐसे में स्कूल खुलवाने के लिए स्कूल बंद करना इसलिए ठीक नहीं है क्योंकि कोरोना काल में स्कूल पहले ही 23 मार्च 2020 से बंद हो गए थे। कायदे से सरकार से बातचीत कर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। इसलिए हमने स्कूल बंद का विरोध किया। 

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