जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व छात्रनेता शहला राशिद पर उनके पिता अब्दुल राशिद शोरा ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। शहला के पिता ने दावा किया है कि उनकी बेटी एंटी नेशनल गतिविधियों में शामिल है। उन्होंने अपने लिए तुरंत सिक्योरिटी कवर की मांग करते हुए जम्मू-कश्मीर डीजीपी को एक लेटर भी लिखा है। इस पत्र में उन्होंने अपनी बेटियों शहला राशिद, अस्मा और पत्नी जुबैदा शोरा से खुद की जान को खतरा बताया है। इसके साथ ही, अब्दुल ने जेएनयू की घटना पर कहा कि यह पूरा खेल फंड का है। वहीं, शहला राशिद ने अपने पिता के दावों को खारिज करते हुए उनपर अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए।
शहला राशिद के पिता अब्दुल शोरा ने दावा किया कि उनकी बेटी ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के लिए तीन करोड़ रुपये लिए। उन्होंने शहला राशिद पर कहा कि वह एनजीओ भी चलाती है और उन एनजीओ की भी जांच होनी चाहिए। लीगल डॉक्युमेंट्स में वह अपने आपको बेरोजगार बताती है, तो ऐसे में पैसा कहां से आएगा। उसकी जांच होनी चाहिए। सभी को पता चल जाएगा कि फंडिंग कहां से आ रही है और क्यों आ रही है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने तीन साल इसको (शहला राशिद) समझाया।
शहला ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, शहला राशिद ने अपने पिता के आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, ”आप में से कई लोगों ने मेरे पिता द्वारा मुझपर, मेरी बहन और मां पर लगाए गए आरोपों वाले वीडियो को देखा होगा। छोटा और साफतौर पर बताते हुए कहूं तो वे अपनी पत्नी को पीटने वाले, अपमानजनक शख्स हैं। हमने आखिरकार, उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया है और यह स्टंट उसी का रिएक्शन है।”
जेएनयू के नारों पर बोले पिता- फंड का है पूरा खेल
उन्होंने कहा कि जेएनयू में जो नारे लगाए जाते हैं, उसे नहीं लगाने चाहिए। यह पूरा खेल फंड का है। उन्होंने कहा कि हमने शहला राशिद के लिए तीन करोड़ रुपये रखे हैं। अगर आप चाहें तो आप ले सकते हैं। लेकिन मैंने मना कर दिया। मैंने कहा कि मेरी बेटी के साथ कोई बात नहीं हुई है। अपने पत्र में शहला के पिता ने दावा किया कि यूएपीए के तहत गिरफ्तार होने से दो महीने पहले जहूर वटाली और पूर्व विधायक राशिद इंजीनियर ने मुझे बुलाया था। उन्होंने बैठक के दौरान तीन करोड़ रुपये ऑफर किए। मुझे लगा कि यह पैसा अवैध जरिए से आ रहा है, तो मैंने न उस पैसे को लिया और बेटी को भी ऐसी किसी भी गतिविधियों में शामिल नहीं होने के लिए कहा।