दक्षिण हरियाणा में भाजपा के भीतर फैलने लगी बगावत की आग, राव विरोधी खेमा एकजुट हुआ
रणघोष अपडेट. गुरुग्राम. रेवाड़ी. महेंद्रगढ़ से ग्राउंड रिपोर्ट
अभी तक दक्षिण हरियाणा के रास्ते चंडीगढ़ का रास्ता तय करती आ रही भाजपा के लिए 2024 का चुनाव महाभारत बन चुका है। बुधवार देर शाम टिकटों का एलान होते ही अधिकांश सीटों पर बगावत की जमीन तैयार हो गई है। टिकट के प्रमुख दावेदारों ने कहा की अगर किसी के इशारे पर पैराशूट उम्मीदवार को उतारा गया है इसलिए भाजपा के इतिहास में पहली बार हर सीट पर सार्वजनिक तोर पर बिखराव नजर आएगा। इसके लिए भाजपा हाईकमान पूरी तरह से जिम्मेदार रहेगा जो जमीनी स्तर की हकीकत को देखे बिना किसी व्यक्ति विशेष के प्रभाव में आकर संगठन के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं का अपमान कर रहा है।
बुधवार को महेंद्रगढ़, अटेली, नारनौल, बावल, रेवाड़ी, कोसली, पटौदी, गुरुग्राम समेत लगभग सभी सीटों पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह विरोधी टिकट के दावेदार लामंबद हो गए हैं। इन दावेदारों का इरादा एकजुट होकर भाजपा हाईकमान को आगाह कराना था लेकिन मीटिंग को एक दिन के लिए टाल दिया गया। इन उम्मीदवारों का कहना है की जो लोग कभी भाजपा के कार्यकर्ता नही रहे जिससे भाजपा कार्यालय तक नही देखा उन्हें टिकट दे दिया गयाहै। यह हरियाणा में भाजपा का कैसा संगठन ओर नीति है। अगर चुनाव में ऐसा ही करना है तो भाजपा रूटीन के कार्यक्रमों में संगठन के नाम पर झूठ व पांखड क्यों फैलाती है। जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए अपना जीवन दे दिया। उसे दिल्ली व चंडीगढ़ में बैठे कुछ सीनियर्स नेता अपने स्वार्थ और बिना जमीनी हकीकत को समझे बिना गलत हाथों में टिकट देने की वकालत कर रहे हैं। इसलिए इस बार के चुनाव में बगावत दक्षिण हरियाणा की प्रत्येक सीट पर खुलेआम नजर आएगी। जिसका खामियाजा भाजपा के साथ साथ उन भाजपा कार्यकर्ताओं को भी भुगतना पड़ेगा जो अपनी पार्टी को तीसरी बार सरकार में लाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा की 2019 के चुनाव में भी पार्टी इसका खामियाजा भुगत चुकी है। इस बार हालात भी भाजपा के पक्ष में नही है। सबकुछ जमीन पर मजबूत उम्मीदवारों पर टिका हुआ है उसे भी दरकिनार किया गया है। जिसे अब सहन नही किया जाएगा।
बादशाहपुर से राव नरबीर सिंह दिखा चुके हैं आंख, इसलिए मिला टिकट का भरोसा
बादशाहपुर से भाजपा के ताकतवर चेहरा पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह भी इस बार टिकट नही मिलने की आशंका के चलते भाजपा हाईकमान को सार्वजनिक तौर पर आगाह कर चुके थे की वे इस बार भ्रम में नही रहे। अगर उन्हें टिकट नही मिली तो कांग्रेस पार्टी से लड़ेगे। राव नरबीर सिं के तलख् तेवरों का नतीजा रहा की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बुलावे पर हुई मीटिंग के बाद नरबीर सिंह को इस सीट पर तैयारी करने में जुट जाने को कह दिया गया। हालांकि आधिकारिक तोर पर इसका एलान नही हुआ है लेकिन नरबीर समर्थक टिकट कंफर्म होने की खुशी में पटाखे ओर मिठाईयां तक बांट चुके हैं। इतना ही नही राव नरबीर सिंह ने अब अपने समर्थकों की मीटिंग भी शुरू कर दी है।
अटेली से संतोष यादव दिखा चुकी है बगावती तेवर
इसी तरह अटेली सीट से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को टिकट दिए जाने की संभावना के चलते यहां से विधायक रहकर डिप्टी स्पीकर पद पर रही संतोष यादव ने भी अपने बगावती तेवर दिखा दिए हैं। उन्होंने अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाकर भाजपा हाईकमान को आगाह कर दिया है की अब राजशाही राजनीति नही चलेगी। जो समर्पित और कर्मठ कार्यकर्ता है उनका सम्मान होना चाहिए।