एनसीटी द्वारा 30 मार्च को जारी किए गए पब्लिक नोटिस को लेकर हरियाणा वित स्वपोषित शिक्षा महाविद्यालय की नारनौल के अपार होटल में मीटिंग हुईं। जिसमें 60 से ज्यादा महाविद्यालयों के संचालकों ने भाग लिया। जिसमें एनसीटी द्वारा जारी किए गए नोटिस पर विस्तार से चर्चा हुईं। रिपोर्ट के माध्यम से मांगी गई जानकारी में संस्थाओं के संयुक्त होने का प्रमाण पत्र भी मांगा गया। हरियाणा सेल्फ फाइनेंस के प्रदेश अध्यक्ष सतीश खोला ने बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि जो कॉलेज सिर्फ बीएड कोर्स चला रहे हैं उनसे भी संयुक्त होने का प्रमाण पत्र मांगकर एनसीटी एक योजना के तहत इन कॉलेजों को बंद करना चाहती है। जो पहले ही एनसीटी द्वारा ही चलाए जा रहे थे। किसी भी संस्था को संयुक्त शिक्षा संस्था बनाने के लिए सरकार से एनओसी लेना जरूरी होता है। एनटीसी को भी पता है कि एनओसी का कार्य इतना आसान नहीं है। जिसकी आड़ में वह कॉलेजों केा बंद करना चाहती है। मीटिंग में मौजूद सभी सदस्यों ने एनसीटी द्वारा जारी नोटिस का पूर्णतया विरोध किया और इसे न्यायालय में ले जाने का निर्णय लिया। मीटिंग में डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. ललित यादव, रोशनलाल यादव, रतनलाल, महेंद्र सिंह, डॉ. जेएस यादव, राजकुमार, अशोक कुमार, मनीष कुमार समेत अनेक स्कूल संचालक मौजूद थे।