रणघोष अपडेट. खेड़ा बॉर्डर से योगेश्वर राव की कलम से
किसान आंदोलन को लेकर जयपुर- दिल्ली नेशनल हाइवे पर राजस्थान खेडा बार्डर पर किसानों के चल रहे प्रदर्शन को लेकर उठे विवाद की सामाजिक कार्यकर्ता योगेशवर राव ने तस्वीर साफ कर दी है। योगेश्वर ने धरनास्थल के आस पास के गांवों के ग्रामीणों से बातचीत कर जाना कि क्या वास्तव में रोड जाम होने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी आंदोलन से बड़ी है तो अधिकांश ने एक सिरे से नकार दिया कि ऐसा कुछ नहीं है। सभी किसान एक आवाज में आंदोलन के साथ है। यहां तक कि गांव के ग्रामीण धरना दे रहे अपने किसान भाईयों के लिए दूध लस्सी एवं खाने पीने की व्यवस्था तक कर रहे हैं। गांव मोहनपुर के कुलदीप, नरेश, जगदीश, महाबीर, नरेश चौहान समेत अनेक किसानों ने बताया कि विरोध करने वाले एकाध पंप के मालिक एवं सड़क पर खोखा लगाने वाले हैं जिन्होंने अपने स्वार्थ के लिए झूठी अफवाह फैला दी कि आस पास गांवों के ग्रामीण इस आंदोलन से बुरी तरह परेशान हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस आंदोलन की वजह से अलग अलग परेशानी से जूझ रहा है लेकिन इसके बावजूद दिन प्रतिदिन उन्हें जनसमर्थन मिल रहा है। इसकी वजह किसान हमारा अन्नदाता है। अगर आज हम उसके साथ खड़े नहीं हुए तो हम भविष्य में बहुत कुछ गंवा देंगे जिसकी कभी भरपाई नहीं हो पाएगी। योगेश्वर ने इसकी विडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दी है। यहां बता दें कि योगेश्वर राव स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव की टीम से आते हैं और अपनी कार्य करने की अनूठी शैली से जाने जाते हैं।