रणघोष अपडेट. वोटर की कलम से
किसी के चेहरे का अच्छा बुरा नकाब उतारना हो तो उसे चुनाव में उतार दीजिए या फिर टिकट काट दीजिए। असली बायोडाटा सामने आ जाएगा। वार्ड 12 में भाजपा के महत्वपूर्ण पदों पर रहे गुरदयाल नंबरदार को जब वार्ड मेंबर के लिए अपनी पुत्रवधु का टिकट नहीं मिला तो उन्होंने पार्टी को जय राम जी की करते देर नहीं लगाईं। और आजाद उम्मीदवार मैदान में खड़े हो गए। गुरुदयाल नंबर भाजपा मंडल रेवाड़ी अध्यक्ष, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं मार्केट कमेटी में चेयरमैन रहे है। लिहाजा ऐसे में उनके आरोपों को हलके में नहीं लिया जा सकता। अगर गुरदयाल नंबरदार अपने आरोपों को सही साबित नहीं कर पाते तो समझ लिजिए उन्होंने पार्टी को मां कहकर उसका अपमान किया हे। अगर नंबरदार जीतते है तो भाजपा बोलने की स्थिति में नहीं रहेगी। उधर सजन पहलवान भी राजनीति के पुराने खिलाड़ी है और अपनी जमीनी पकड़ रखते हैं। वे हर छोटे- बड़े चुनाव में अपनी भूमिका निभाते रहे है। उनके पास खासतौर से युवाओं की अच्छी खासी टीम है तो गुरुदयाल के पास भी वार्ड पार्षद के तौर पर करवाए गए काम करने के तौर तरीकों का अच्छा खासा अनुभव। इसलिए यह सीट भी हॉट इसलिए बन गई है क्योंकि यहां भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर है कि उसके प्रत्याशी के सामने उसी का कार्यकर्ता बागी के तौर पर मजबूत आरोपों के साथ खड़ा है।