बच्चे मॉल, शादी, रिश्तेदारी में जा रहे हैं, स्कूलों में आने से रोका जा रहा है यह कैसा सिस्टम है
हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन हरियाणा, रेवाड़ी ने स्कूलों से जुडी विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। उसके बाद उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोंपा। जिला अध्यक्ष रामपाल यादव ने कहा कि पिछले नौ महीनों से निजी स्कूल महासंकट के दौर से गुजर रहे हैं। हजारों लोग बेरोजगार हो गए। अध्यापक, माली, चपरासी, स्वीपर, गेटकीपर, ड्राइवर, कंडक्टर आदि इस समय बुरे दौर से गुजर रहे हैं। स्कूलों से एक बहुत बड़ा वर्ग जुड़ा हुआ है। कोरोना का डर, भय दिखाकर ऐसे में भारत का भविष्य घर की चारदीवारी में कैद नहीं किया जा सकता I बच्चों का शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक विकास रुक गया है।
प्रधान ने जोर देकर कहा कि आखिरकार मॉल, सिनेमा-हॉल, होटल, रेस्टोरेंट, दुकान, बाजार, विवाह शादियां, चुनाव रैलियां, किसान आंदोलन सब कुछ हो रहा है तब कोरोना कहां चला जाता है। बाजारों में बच्चे, जवान, बूढ़े हजारों की भीड़ होती है तब कोरोना क्यों उदासीन हो जाता हैं। प्रशासन व सरकार बताए कि क्या कोरोना स्कूलों से फैलता है आखिरकार 30 नवंबर के बाद छुट्टियां क्यों बढ़ाई गई। स्कूल संचालकों ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत लंबे समय से स्कूलों को बंद किया जा रहा है स्कूलों का बंद करना समस्या का हल नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में बैठे अधिकारी सरकार को गलत रिपोर्ट भेज रहे हैं ताकि निजी स्कूल बंद रहे। प्रशासन सरकार कोई भी निर्णय लेते समय निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों से विचार विमर्श करने के बाद निर्णय ले। निजी स्कूल सरकार को प्रत्यक्ष रूप से बहुत ही बड़ा सहयोग कर रहे हैं। 10 दिसंबर के बाद अगर आगे छुट्टियां जारी की तो हम स्कूलों के हितों के लिए कोई भी कठोर कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। यह स्कूलों का आक्रोश अभिभावकों, विद्यार्थियों से मिलकर जन आक्रोश का रूप ले लेगा। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन व सरकार में बैठे लोगों की ही होगी। हम शांतिपूर्वक तरीके से यह संदेश सरकार तक पहुँचा रहे है।
इस अवसर पर प्रान्त अध्यक्ष जवाहर दूहन ने कहा कि सरकार बच्चों व् लाखों अध्यापकों के भविष्य की ओर धयान न देकर उनके साथ अन्याय कर रही है। सरकार को स्कूल संचालकों से विचार विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए। अनिरुद्ध सचदेवा ने कहा कि प्राइवेट स्कुल एसोसिएशन की मांगों का समर्थन किया । इस अवसर पर वी. पी. यादव , रणबीर चौधरी , श्री भगवान यादव , सुरेन्द्र शिवाच , पूर्व अध्यक्ष सुमेर सिंह , सतीश सुहाग, योगेश तिवारी , सावित्री यादव, रीना यादव , सोनिया चांदना , संदीप यादव , अजय यादव, लविंदर यादव, सुरेश यादव, सुरेंदर चौहान, विजयपाल यादव, जगदेव कोच , नवीन सैनी, इश धींगरा, अनिल मुखीजा, अतुल बतरा , कमल सिंह ,शत्रुघ्न सिंह , हेमंत सैनी व् ब्लाक प्रधान संदीप यादव (नाहड़) , मंजीत एडवोकेट (जाटूसाना) , सुधांशु यादव (खोल) , उत्तम सिंह एडवोकेट (रेवाड़ी) , गजराज सिंह (बावल) समेत अनेक निजी स्कूलों के संचालक मौजूद थे।