आईजीयू ने एमए से एमएससी अर्थशास्त्र के लिए कार्यक्रम उन्मुख करने की बनाई योजना: प्रो. एस.के.गक्खड़

अर्थशास्त्र विभाग ने अर्थशास्त्र में एमए की बजाय आईआईटी और अन्य प्रमुख संस्थानों की तर्ज पर सत्र 2021-21  के लिए अर्थशास्त्र  में एमएससी कार्यक्रम के पेशकश करने के लिए अपने मास्टर कार्यक्रम को उन्मुख करने की योजना बनाई है। विभागाध्यक्ष डॉ. सोनू ने बताया कि कार्यक्रम पेशेवर होगा और विभिन्न व्यावहारिक पाठ्यक्रमों जैसे डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, एप्लाइट इकोनोमेट्रिक्स आदि के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रमुखता होगी। अध्यक्ष ने कहा कि सभी संकाय विभाग के सदस्य डॉ. विकास बत्रा, डॉ. देवेन्द्र सिंह और डॉ. सतीश आगामी शैक्षणिक सत्र में कार्यक्रम को संचालित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। विवि के कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ ने संकाय के प्रयासों की सराहना की और कार्यक्रम की सफलता के लिए अनुसंधान प्रयोगशाला और अन्य उन्नत सुविधाओं के निर्माण के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को गुणवतापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए हैं, जिससे वे बदलते प्रतिस्पर्धा माहौल का सामना कर सकें। अर्थशास्त्र में एमएससी कार्यक्रम का समग्र उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक नीतियों की समझ को बढ़ाने के लिए एक व्यापक और व्यावहारिक पाठ्यक्रम प्रदान करना है। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में उनकी रूचि के क्षेत्रों में विशिष्टता और विश्लेषणात्मक सोच विकसित करना है। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को आर्थिक नीतियों और वैश्विक आर्थिक मुद्दों के बारें में अधिक प्रतिस्पर्धी बनने के लिए जागरूक और अद्यतन करने के लिए कार्यक्रम के प्रत्येक सेमेस्टर में करंट इकोनोमिक्स अफेयर्स, सेमिनार, डेटा एनालिटिक्स को शामिल करना है। इसके अलावा डेआ हैंडलिंग, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कम्प्यूटर एप्लिेकशन, साफ्टवेयर प्रशिक्षण के माध्यम से इसका अनुप्रयोग और कई अन्य अंतर-अनुशासनात्मक क्षेत्रों से परिचित होना कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता होगी। यह कार्यक्रम छात्रों के प्रीमियर में अनुसंधान के अवसरों में सक्षम करेगा। इसके अतिरिक्त यह कार्यक्रम शिक्षण संस्थानों और रोजगार के अवसर प्राप्त करने में अधिक प्रतिस्पर्धी बनने के लिए, अर्थशास्त्र में एमएससी कार्यक्रम के सफल समापन के बाद यह छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि बैंको और वितीय संगठनों जैसे आरबीआई, सेबी, टेरी, फिक्की, एनसीएईआर आदि में रोजगार के अवसर मिल सकते हैंः अर्थशास्त्री के रूप में अन्तराष्ट्रीय संगठन, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की फर्मा में आर्थिक सलाहकार, वितीय प्रबंधक, नीति विश्लेषक, मुकद्मेबाजी सलाहकार, म्यूचुअल फंड मैनेजर आदि के रूप में एक मील का पत्थर साबित होगा।

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