आयुष्मान भारत योजना के तहत निजी अस्पतालों में नि:शुलक इलाज कराए जरूरतमंद लोग

कोरोना महामारी के दौर में जब गरीब परिवारों को अपनी आजीविका चलाना भी मुश्किल हो रहा है तो ऐसे समय में इस महामारी के इलाज के लिए पैसा जुटाना उनके लिए असंभव है। इन हालात में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना इस बीमारी से उनके जीवन को बचाने में बेहद कारगर साबित हुई है। इस योजना से मुफ्त इलाज की सुविधा से पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति भी लाभांवित होगा। इब उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि कोराना हो गया तो क्या होगा, इलाज के लिए पैसे कहां से आएंगे। ऐसे परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा देने के लिए ही आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई। हरियाणा राज्य में इस योजना के तहत 15.50 लाख परिवार पंजीकृत हैं, जो प्रति परिवार 5 लाख रूपये वार्षिक तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। योजना के बारे में उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि ऐसे अनेक गरीब परिवार हैं जिनके परिवार का कोई भी सदस्य बीमार हो जाए तो उन पर एक तरह से कहर टूट पड़ता है। पैसा न होने से इलाज नहीं हो पाता। उनके पास कोई बीमा भी नहीं होता। सरकार का उद्देश्य गरीब से गरीब व्यक्ति को इस पीड़ा से मुक्त करना है। सरकार उन बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज का पूरा खर्च भी वहन करेगी, जो किसी कारणवश आयुष्मान भारत योजना में पंजीकृत नहीं हो सके। डीसी यशेन्द्र सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला रेवाड़ी में 2 लाख 5 हजार लाभार्थी हैं, जिनमें से 80 हजार ने गोल्डन कार्ड बनवा लिए हैं। आयुष्मान भारत योजना के उपचार के लिए सरकार द्वारा रेवाड़ी जिला के 20 अस्पताल उपचार के लिए सूचीबद्ध किए हुए है, जिनमें नागरिक अस्पताल रेवाड़ी, सब डिविजनल अस्पताल कोसली, सब डिविजनल अस्पताल जयपुर रेलवे, 28वीं बीटी मिल्ट्री जाटूसाना, विराट अस्पताल रेवाड़ी, पुष्पांजलि अस्पताल रेवाड़ी, डॉ. एसपी यादव मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल, डा. आरबी यादव अस्पताल, सिग्नस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, रिती आई केयर अस्पताल, आई क्यू विजन प्रा. लि. कैप्टन नंदलाल यादव अस्पताल, धीर अस्पताल कोसली, आर यादव सर्जीकल व रेखा आई अस्पताल, सावित्री देवी अस्पताल, ललिता मैमोरियरल अस्पताल प्रा. लि. देव ज्योति अस्पताल, सिंगला अस्पताल, दीप असपताल व मार्श अस्पताल एवं हार्ट इंस्टिटयूट शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *