इंसान के चरित्र को सार्वजनिक कर रही ये दो खबरें

 खबर नंबर एक :


ऑटो को बना दिया ऑक्सीजन से लैस एंबुलेंस, रियायत दर पर मिल रही हैं ये सारी सुविधाएं


auto_ambulance_1620397191

कोरोना काल में कुछ लोग योद्धा की तरह काम कर रहे हैं। ऐसे लोग अपनी चिंता किए बिना पीड़ित मानवता की सेवा में लगे हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं ऑटो चालक मृत्युजंय कुमार। उन्होंने अपने ऑटो को ऑक्सीजन से लैस कर एंबुलेंस की तरह रियायत दर पर सेवा देने की हिम्मत की। उनके हौसले को मुंगेर मंच ने सलाम करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर और सैनेटाइज उपलब्ध कराया।

इसका नाम दिया गया है- ऑटो एंबुलेंस पेड सेवा। इस सेवा के लिए चालक ने अपना मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया है। शहर के जरूरत मंद लोग मोबाइल नंबर 7258036233 पर कॉल कर सेवा ले सकते हैं। कोरोना काल में महंगी एंबुलेंस सेवा को देखते हुए ऑटो एंबुलेंस से गरीब तबके के लोगों को सहूलियत होगी।

सेवा भाव से ऑटो को बना दिया एंबुलेंस

मृत्युंजय कुमार ने बताया कि कोरोना काल में मरीज को घर से अस्पताल ले जाने की समस्या को देखते हुए उन्होंने अपनी ऑटो को मिनी एंबुलेंस बनाकर सेवा देने का मन बनाया। मुंगेर मंच ने ऑक्सीजन व सैनेटाइज उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि ऑटो एंबुलेंस की सेवा वह अधिक कमाई के लिए नहीं बल्कि रियायत दर पर सेवा भाव से देना शुरू किया है। कॉल भी आने लगे हैं।

इस तरह और भी है योजना

मुंगेर मंच के संजय कुमार बब्लू ने बताया कि ऑटो चालक मृत्युजंय कुमार ने एक उदहारण पेश किया है। तीन-चार और ऑटो और टोटो को इस तरह की सेवा के लिए तैयार करने की योजना है। अस्पताल दो से तीन किलोमीटर रेंज में रहने से बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के भी टोटो की व्यवस्था की जाएगी। चालक की सुरक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी।


 

खबर नंबर दो


कोरोना से ज्यादा खतरनाक वायरस  है ये लोग


गुरुग्राम से कोरोना मरीज को लुधियाना ले जाने के लिए 1.20 लाख रुपये लिए, पुलिस ने किया गिरफ्तार


ambulance_receipt_1620398949

कोविड-19 संक्रमित एक बुजुर्ग महिला को गुरुग्राम से एक निजी एंबुलेंस द्वारा पंजाब के लुधियाना ले जाने के लिए 1.20 लाख रुपये वसूले गए। मरीज के परिजनों ने यह आरोप लगाया है। दिल्ली पुलिस ने एंबुलेंस के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। महिला के दामाद ने शुक्रवार को कहा कि गुरुग्राम में उनके लिए बिस्तर नहीं मिल पाने पर उन्होंने मरीज को 3 मई को लुधियाना ले जाने का फैसला किया जहां उन्हें एक अस्पताल में एक बिस्तर मिला था।महिला के रिश्तेदार ने कहा, ‘मेरी सास का ऑक्सीजन स्तर कोविड के कारण बहुत कम हो गया था। मैं गुरुग्राम में एक अस्पताल में बिस्तर तलाश रहा था, लेकिन वह नहीं मिल पा रहा था। इस बीच, मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि लुधियाना के एक अस्पताल में एक बिस्तर उपलब्ध है जिसके बाद हमने उन्हें वहां ले जाने का फैसला किया।’महिला की बेटी ने लुधियाना में संवाददाताओं से कहा कि चूंकि एंबुलेंस आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, उन्होंने किसी तरह दिल्ली के एक ऑपरेटर से संपर्क किया जो मरीज को लुधियाना ले जाने के लिए सहमत हो गया लेकिन शुरुआत में 1.40 लाख रुपये की मांग की। हालांकि, वह तब 20,000 रुपये कम लेने पर सहमत हो गया जब उसे यह बताया गया कि परिवार के पास ऑक्सीजन उपलब्ध है।मरीज की बेटी ने कहा कि अग्रिम के रूप में एंबुलेंस ऑपरेटर को 95,000 रुपये का भुगतान किया गया जबकि शेष 25,000 रुपये का भुगतान तुरंत लुधियाना पहुंचने पर किया गया। उन्होंने कहा कि यह कहने पर कि राशि काफी अधिक है, इसके बावजूद एंबुलेंस संचालक पर इसका असर नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि एंबुलेंस ऑपरेटर के चालक ने उन्हें 1.20 लाख रुपये की रसीद भी जारी की। बाद में, उनके परिवार के किसी व्यक्ति ने इस रसीद को सोशल मीडिया पर डाल दिया जिसके बाद इसे व्यापक रूप से साझा किया गया और मामला दिल्ली पुलिस तक पहुंच गया और मामला दर्ज किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *