मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रेवाडी के उपायुक्त यशेन्द्र सिंह को निर्देश दिए है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निर्माण के लिए ई-भूमि पोर्टल पर अपलोड की गई जमीन का मैप बनाकर भेजें। मुख्यमंत्री मंगलवार वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हाई पावर्ड लैंड परचेज कमेटी ई-भूमि पर आई जमीन के बारे में समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, डीआरओ विजय यादव, डीटीपी देवेन्द्र पाल, डीएफओ सुंदर सिंह, नायब तहसीलदार मनेठी निशा व माजरा गांव के लोग वीसी में मौजूद रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों के पास यह विकल्प है कि वे या तो एससीओ स्वयं बना ले या फिर एचएसआईआईडीसी द्वारा डवैलअप करा सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 773 एकड़ जमीन में से कितनी जमीन एम्स के लिए चिह्निïत की गई है, इसका नक्शा भी तैयार कर भेजें। डीसी यशेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को बताया कि माजरा गांव के निवासी 40 लाख रूपए प्रति एकड़ पर सहमत है। उन्होंने बताया कि 320 एकड़ जमीन निजी लोगों की है जबकि 103 एकड़ जमीन पंचायत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स निर्माण के लिए मैडिकल ऐजुकेशन एवं रिसर्च के विशेष सचिव डॉ शालीन द्वारा दौरा किया जाएगा। गौरतलब है कि एक अक्टूबर को केन्द्रीय टीम में शामिल भारत सरकार में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के संयुक्त सचिव श्री सुनील शर्मा के नेतृत्व में मेडिकल सुपरिंटेंडेंट एम्स नई दिल्ली श्री डी के शर्मा, निदेशक पीएमएसएस श्री नरेन्द्र कुमार ओज, सीनियर आर्किटेक्ट सीडीबी राजीव कनौजिया, एम्स राय बरेली एसई जीपी श्रीवास्तव ने एम्स निर्माण के लिए माजरा गांव की जमीन का अवलोकन किया था।