इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में प्रबन्धन विभाग के द्वारा आयोजित दो द्विवसीय कार्यशाला का समापन किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ ने कहा कि विद्यार्थी नये शोध को बढ़ावा दे। उन्होंने शोधार्थियों से आहवान किया कि वे ज्यादा-से-ज्यादा समय शोध में लगाए और वे पायथान लैंगवेज में अपनी दक्षता हासिल करें। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान उनके शोध से होती है और कहा कि वे अच्छे शोध करके विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने में अपना योगदान दे। कार्यशाला के प्रथम दिन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वी.के. कौशिक ने कहा कि हमें कम्प्यूटर के विभिन्न प्रयोगों में दक्ष होकर आगे बढ़ना चाहिए, विश्वविद्यालय के खेल निदेशक डॉ. सुरजीत सिंह डबास ने एक्सेल की महत्वता के बारें में बताया, साथ में विवि के गणित विभाग के प्रोफेसर डॉ. सुरेश कुमार यादव ने एक्सेल की प्रांसगिकता के बारें में बताया एवं उनकी तरफ से हर प्रकार का सहयोग विद्यार्थियों को करने की पेशकश की। टीआईटीएस , भिवानी से आए विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार गोयल ने विद्यार्थियों को एमएस एक्सेल के बेसिक कंसपेप्ट क्लियर कराए एवं उन्हें वर्कशीट पर काम करने के टिप्स बताएं तथा दूसरे दिन वाट-ईफ अनालसिस, पावेट टेबल, पावेट चार्ट, कन्डिसनेल फोर्मेटिंग व लुकिंगअप फैमेली आदि सूत्रो की प्रायोगिक तरीके से गहनता से समझाया और विद्यार्थियों में से दिव्या, महक, अनिकेत, नरेन्द्र ने एक्सेल से सम्बन्धित प्रश्न पूछे और विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार गोयल ने उनका समाधान किया। विभागाध्यक्ष प्रो. वी.के. कौशिक ने विभाग में शीघ्र ही एक्सेल का एडवांस वर्जन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर वाणिज्य, प्रबन्धन एवं होटल एवं टूरिज्म फैकल्टी के अधिष्ठाता प्रो. तेज सिंह, कार्यशाला की संयोजक डॉ. भारती, सहायक संयोजक डॉ. जसविन्द्र सिंह, श्री सुशान्त यादव ने विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार गोयल का स्वागत किया। इस अवसर पर अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. सोनू मदान एवं वाणिज्य विभाग से डॉ. पिंकी रानी मौजूद रहे।