कमलनाथ बोले-आराम करना चाहता हूं, राजनीति से सन्यास का इशारा तो नहीं..

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उपचुनावों में करारी हार झेलने के बाद एक बड़ा बयान दिया है उन्होंने छिंदवाड़ा के सौसर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजनीति छोड़ने के संकेत दिए हैं। जनसभा के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैं भी आराम करना चाहता हूं। इसके बाद उन्होंने जनता से पूछा, ‘मेरे पास सबकुछ है, लेकिन युवा और किसानों की स्थिति को देखने के बाद क्या मुझे आराम करना चाहिए?’ उनके इस सवाल के जवाब में जनसमूह ने कहा- नहीं।  दरअसल प्रदेश की सत्ता गंवाने व उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में लगातार कमलनाथ के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। ऐसे में उनके इस बयान के कई तरह मायने निकाले जा रहे हैं। कमलनाथ सिर्फ कोई पद छोड़ने की बात कर रहे हैं या फिर राजनीति से विदाई लेने की बात कर रहे हैं, इसपर कयास लग रहे हैं।

अभी कमलनाथ मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता होने के साथ-साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। ऐसे में हाल ही में जब उपचुनावों में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी तो लगातार कई नेताओं, विधायकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलना शुरू कर दिया।  हार का ठीकरा कमलनाथ पर फोड़ते हुए राज्य के कई नेता लगातार कह रहे हैं कि अब किसी युवा नेतृत्व की जरूरत है। कमलनाथ पर गलत टिकट बंटवारे, कमजोर उम्मीदवार और गलत रणनीति का आरोप लगा।

हालांकि कमलनाथ के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी मैदान में आ गई। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि कमलनाथ के बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि 2023 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी कमलनाथ के नेतृत्व में ही लड़ेगी।जबकि कमलनाथ के मीडिया कोआर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने सफाई जारी करते हुए कहा है कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा की जनता से कहा कि जिस दिन जनता चाहेगी, उस दिन ही संन्यास ले लूंगा। कमलनाथ के इतना कहते ही छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथ के पक्ष में जोरदार नारेबाजी कर कहा कि हम आपको एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। नरेंद्र सलूजा ने सफाई देते हुए कहा की कमलनाथ राजनीति में रहते हुए जन सेवा का कार्य जारी रखेंगे।

कमलनाथ के बयान के कई मायने

मध्य प्रदेश उपचुनाव में 28 सीटों में से सिर्फ 9 पर जीत हासिल करने के कारण कमलनाथ के खिलाफ राज्य में आवाज उठ रही हैं। हालांकि छिंदवाड़ा में जनसभा में दिए उनके बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ सिर्फ कोई पद छोड़ने की बात कर रहे हैं या राजनीति से विदाई लेने की बात कर रहे हैं, इस पर कयास लग रहे हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री इन दिनों अपने बेटे के साथ छिंदवाड़ा के दौरे पर हैं, जो कि कमलनाथ और कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।

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