कोरोना काल में जन्मी यह कहानी कुछ कह रही है..

सुबह एसपी तो शाम को डॉक्टर, कोरोना काल में आईपीएस अधिकारी राजेश सहाय जीत रहे हैं सबका दिल


 रणघोष खास. इंदौर से


“लोगों की सेवा में जी जान से लगे हुए राजेश सहाय इंदौर पुलिस में एसपी पद पर तैनात हैं, वर्तमान में उनकी तैनाती इंदौर पुलिस की स्पेशल ब्रांच में है। राजेश सहाय ने जब पुलिस सेवा जॉइन की इसके पहले वे एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई पूरी कर चुके थे।”

मौजूदा वक्त में भारत कोरोना महामारी से बुरी तरह जूझ रहा है। बीते कुछ हफ्तों से देश में रोजाना कोरोना वायरस संक्रमण के 4 लाख से भी अधिक नए केस नज़र आ रहे हैं। हालांकि ऐसे कठिन समय में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बड़ी ही निस्वार्थ भावना के साथ लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। इंदौर में एक ऐसे ही खास शख्स हैं जो इस समय दो बड़ी जिम्मेदारियाँ एक साथ निभा रहे हैं।

ये शख्स दरअसल एक पुलिस अधिकारी हैं, लेकिन पुलिस अधिकारी होने के साथ ही ये एक डॉक्टर भी हैं और अब कोरोना महामारी के इस बेहद कठिन दौर में ये दोनों जिम्मेदारियों को निभाते हुए लोगों की सेवा कर रहे हैं।

आईपीएस से पहले डॉक्टर

लोगों की सेवा में जी जान से लगे हुए राजेश सहाय इंदौर पुलिस में एसपी पद पर तैनात हैं, वर्तमान में उनकी तैनाती इंदौर पुलिस की स्पेशल ब्रांच में है। राजेश सहाय ने जब पुलिस सेवा जॉइन की इसके पहले वे एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई पूरी कर चुके थे और एक बड़े अस्पताल में बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएँ दे रहे थे।हालांकि इसके बाद जब उनका चयन पुलिस सेवा के लिए हुआ और उसके बाद से ही वह बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएँ देने में असमर्थ हो गए थे।

कोविड सेंटर में सेवा

एसपी राजेश सहाय इस समय इंदौर पुलिस के कोविड सेंटर में मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। वह हर शाम वहाँ मरीजों की देखभाल कर रहे हैं और उनका इलाज कर रहे हैं। मालूम हो कि जिस कोविड सेंटर में एसपी राजेश सहाय अपनी सेवाएँ दे रहे हैं वहाँ सिर्फ एक ही सीनियर डॉक्टर तैनात थे इसके चलते कोविड सेंटर में मरीजों के इलाज में काफी मुश्किलें सामने आ रही थीं। इस समस्या को देखते हुए एसपी राजेश सहाय ने अपने सीनियर अफसरों से सलाह ली और कोविड सेंटर में मरीजों की सेवा करना शुरू कर दिया। मीडिया से बात करते हुए राजेश सहाय ने बताया कि सीनियर अफसरों के इस सुझाव के बाद वे अपने बचे हुए समय में मरीजों की सेवा कर रहे हैं। राजेश सहाय कोरोना संक्रमित मरीजों की काउंसलिंग भी करते हैं जिसके बाद मरीज बेहतर महसूस करते हैं।

सुबह एसपी, शाम को डॉक्टर

राजेश सहाय दिन में बतौर एसपी अपनी सेवा देते हैं, हालांकि शाम को ड्यूटी खत्म हो जाने के बाद वह कोविड सेंटर में आकर कोरोना मरीजों की सेवा में लग जाते हैं। जिस कोविड सेंटर में वह बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएँ दे रहे हैं वहाँ कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मी और उनके परिजनों का इलाज किया जाता है। एक ओर जहां कोरोना महामारी से लगातार देश जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर इस समय एक साथ दो बड़ी जिम्मेदारियाँ निभाते हुए एसपी राजेश सहाय लोगों के लिए एक मिसाल कायम कर रहे हैं। मीडिया को दिये गए एक साक्षात्कार में एसपी राजेश सहाय ने बताया कि वह खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उनकी शिक्षा आज इस कठिन समय में लोगों के काम आ रही है, इसी के साथ उन्होने अपने विभाग के सभी पुलिसकर्मियों कोरोना लक्षण नज़र आने पर तुरंत कोविड टेस्ट कराने का सुझाव दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *