वीएचएम के सचिव डा नीरज आजाद यादव ने कहा कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर से बचने के लिए कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर सबसे जरूरी है । उन्होंने कहा कि वे वर्तमान में नई दिल्ली स्थित एलएनजेपी कोविड इमरजेंसी फैसिलिटी में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए कोबिड एप्रोप्रियेट बिहेवियर वैक्सीनेशन से भी ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि आमजन यह मानना कि वैक्सीनेशन करवाने के बाद करोना नहीं होगा यह सरासर एक मिथक भ्रम है । उन्होंने जनता को आगाह किया कि कोरोना की दूसरी लहर भी हम सबकी भूल के चलते ही आई ,अगर हम कोविड 19 के प्रोटोकाल नियमों का पालन करते तो यह स्थिति पैदा नहीं होती। उन्होंने दोहराया कि सरकार द्वारा हर जन्में बच्चे को बीसीजी का टीका दिया जाता है फिर भी टीबी हमारे देश में मौजूद है । उन्होंने बताया कि अक्सर कोरोना पॉजिटिव होने पर वैक्सिंग लगवाने की जरूरत नहीं है ,यह भी लोगों में बहुत बड़ी अफवाह फैली हुई है यदि हम कोविड पॉजिटिव हो भी गए हैं, तब भी हमें सरकार द्वारा निर्धारित किए गए नियमों का पालन करते हुए हर हाल में वैक्सीनेशन करवाना चाहिए। डॉ. नीरज आजाद यादव ने कहा कि वैक्सीनेशन कराने से हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।