कोरोना से बचाव में आयुष विभाग ने आइसोलेट मरीजों को काढ़ा वितरण का कार्य किया शुरू

उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में आयुष विभाग ने कोरोना से पीडि़त आइसोलेट हुए मरीजों के लिए घर-घर जाकर काढ़ा व दवाई वितरण का कार्य पुन: शुरू कर दिया है। जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. अजीत ने बताया कि डाक्टरों द्वारा घर-घर जाकर लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है, जिसके अनुसार दिन में कम से कम एक बार काढ़ा पीने से व्यक्ति काफी हद तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकता है। उन्होंने बताया कि हम इम्यूनिटी पावर को बढ़ाकर कोरोना वायरस को मात दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के बाद लोगों की जीवन शैली में बदलाव आया है। इम्युनिटी बूस्टर के प्रति जिलावासियों में जागरूकता बढ़ी है। इससे कोरोना ही नहीं, कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पहले जो लोग सुबह अपने दिन की शुरूआत चाय व कॉफी से करते थे, वे भी अब आयुर्वेदिक देसी काढ़ा पसंद कर रहे हैं। जिलावासियों का मानना है कि ये उनकी जिंदगी में इम्युनिटी बूस्टर का काम कर रहा है। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अजीत सिंह ने बताया कि उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के दिशा-निर्देशानुसार रेवाड़ी जिले में काढ़े के पैकेट्स वितरित का कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में विशेष तौर पर काढ़ा वितरण का कार्य किया जा रहा है।

–काढ़ा बनाने में इन सामग्रियों का करें प्रयोग

सबसे अच्छी बात यह है कि काढ़ा बनाने के लिए जरुरी वस्तुओं में से ज्यादातर चीजें हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं। काढ़ा बनाने के लिए आपको तुलसी के पत्तें, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़, नींबू को प्रयोग करना होगा। इसके अलावा भारत के देसी नुस्खे जैसे तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दाल चीनी, अजवाइन, गिलोय आदि का काढ़ा पीने से भी कोरोना से काफी हद तक बचा जा सकता है।

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