जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह ने बनाया ‘आपदा को अवसर’, 100 में से 98 नंबर लेकर पास की एमए की परीक्षा

सीखने और पढ़ने की इच्छाएं किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। अगर इंसान ठान ले तो अपनी मेहनत व लगन से इन इच्छाओं को सफलता में बदल सकता है। गुहला से जननायक जनता पार्टी के 73 वर्षीय विधायक ईश्वर सिंह कोरोना काल का सदुपयोग करते हुए पढ़ाई करने की इच्छाओं को पूरा कर रहे हैं।जेजेपी विधायक ने करीब 85 प्रतिशत अंकों के साथ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एमए राजनीतिक विज्ञान की प्रथम वर्ष की परीक्षा पास की हैं। इतना ही नहीं उन्होंने एक विषय (मेजर आइडियाज एंड इश्यूज इन पब्लिक एडमिन) में तो 100 अंकों में 98 अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने पिछले वर्ष कोरोना काल में घर से ही ऑनलाइन परीक्षाएं दी थी। प्रथम वर्ष की परीक्षा में पास होने के बाद ईश्वर सिंह ने कहा कि उम्र छोटी हो या बड़ी, इसकी परवाह किए बगैर हर इंसान को सीखते और पढ़ते रहना चाहिए। अपनी तीसरी एमए कर रहे विधायक ईश्वर सिंह ने पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान एमए राजनीतिक विज्ञान के लिए निजी छात्र के तौर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में रजिस्टर कर घर पर पढ़ाई की और पिछले वर्ष अक्टूबर माह में ही ऑनलाइन माध्यम से परीक्षाएं दी। इससे पहले ईश्वर सिंह पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और इतिहास में एमए करने के साथ-साथ एलएलबी व एलएलएम भी कर चुके हैं। उन्होंने ये सभी डिग्रियां वर्ष 1977 में 29 वर्ष की आयु में विधायक बनने के बाद की। राजनीति में आने से पहले ईश्वर सिंह दसवीं के बाद जेबीटी कर कुछ समय अध्यापक रहे थे।

जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह बताते हैं कि एमरजेंसी के दौर में जब वे राजनीति में आए तो विधायक बनने पर उन्हें हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन बना दिया गया लेकिन उस पद को पाने के बाद उन्हें मन ही मन एक बात चुभती रही कि वे प्रदेश में 12वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए कैसे नीतियां बनाएंगे जबकि वे खुद 10वीं ही पास हैं। इस बात को ध्यान रखते हुए उन्होंने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में वे राजनीति के साथ-साथ अपने जीवन के इस अधूरेपन को पूरा करते गए।

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