देश के नामी युवा न्यूरो सर्जन डॉ. प्रंशात अग्रवाल हर रविवार रेवाड़ी में देंगे अपनी सेवाएं
अब मरीजों के स्वास्थ्य से नहीं होगी खिलवाड़, नहीं जाना पड़ेगा गुरुग्राम, दिल्ली- जयपुर
रेवाड़ी शहर के 6 किमी दायरे में 100 से ज्यादा छोटे- बड़े अस्पताल खुल चुके हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में इतनी बड़ी क्रांति के बावजूद डॉक्टर- मरीज के बीच पवित्र रिश्ते अभी तक मजबूत नहीं बन पाए हैं। प्रतिदिन सैकड़ों मरीज बेहतर इलाज के नाम पर जयपुर-गुरुग्राम एवं दिल्ली जाने के लिए मजबूर हैं। वजह डॉक्टरों के प्रति इलाज एवं सेवा में भरोसा कमजोर हुआ है। यह खुलासा खुद दिल्ली-जयपुर एवं ग्रुरुग्राम के बड़े अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे नामी डॉक्टरों ने किया है। वे हैरान है कि रेवाड़ी में इतने अस्पताल होने के बावजूद मरीज हजारों रुपए किराया खर्च कर यहां पहुंच रहे हैं। महेंद्रगढ़, नारनौल, अटेली, कनीना, कोसली, बावल, खोल, रेवाड़ी शहर, धारूहेड़ा, झज्जर समेत अनेक क्षेत्रों से रोज मरीज इन बड़े शहरों में बेहतर इलाज के लिए आ रहे हैं। इन तमाम पहुलओं को ध्यान में रखते हुए देश के नामी अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे चुके न्यूरो सर्जन डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने बड़ा निर्णय लिया है। वे रेवाड़ी के गढ़ी बोलनी रोड, नजदीक नजदीक पब्लिक हैल्थ ऑफिस के सामने स्थापित अपोलो क्लीनिक में प्रत्येक रविवार को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक मरीजों को अपनी सेवाएं देंगे ताकि उन्हें बड़े शहरों के अस्पतालों में नहीं भटकना पड़े।
न्यूरो सर्जरी में गहराई से अध्ययन कर चुके हैं डॉ. प्रंशात
डॉ. प्रशांत अग्रवाल मूलत: यूपी के बरेली शहर से हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज नागपुर से एमबीबीएस की पढ़ाई की। इसके बाद सिर एवं रीढ़ की हड्डी से जुड़ी अलग अलग बीमारी के इलाज में दक्षता हासिल करने के लिए इसी कॉलेज से मास्टर ऑफ सर्जरी की। इसके बाद इसी बीमारी की जड़ तक पहुंचने के लिए मास्टर ऑफ चिरर्जिकल (एमसीएच) की। नागपुर सरकारी मेडिकल कॉलेज में कुछ समय के लिए प्रोफेसर रहे। डॉ.प्रशांत अग्रवाल ने देशभर की बीमारियों पर स्टडी कर जाना कि खासतौर से ग्रामीण परिवेश में जागरूकता की कमी की वजह से लोग सिर की हड्डी का फ्रेक्चर, दिमाग की नस फटना (ब्रेन हैमरेज,) लकवा, मिरगी रोग, अधरंग, ब्रेन ट्यबैर्स, सिर में पानी भरना, पुराना सिरदर्द,माइग्रेन, चेहरे पर दर्द रहना, रीढ़ की हड्डी में टयूमर, रीढ़ की हड्डी का छोटे से छिद्र द्वारा ऑप्रेशन, कमर दर्द, हाथ एवं पैरो में तरंगनुमा दर्द फैलना, डिस्क हिलना, गर्दन का अकड़ना जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। डॉ. प्रशांत ने राजस्थान एवं देश के नामी सवाई मान सिंह अस्पताल में 2016-2019 तक अपनी सेवाएं दी। इस दौरान रेवाड़ी- महेंद्रगढ़ जिलो के सैकड़ों मरीजों का उन्होंने इलाज किया। वर्तमान में गुरुग्राम स्थित आर्टेमिस अस्पताल में सेवाएं दे रहे डॉ. प्रशांत ने महसूस किया सैकड़ों किमी का सफर तय कर मरीज इसलिए उनके पास आ रहे हैं कि यहां इलाज में विश्वास को कमजोर नहीं होने दिया। सही मायनों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में यही सबसे बड़ी पूंजी होती है। बड़े शहरों के अस्पतालों में केवल परामर्श के नाम पर ही मरीजों से 1500 से 2000 हजार रुपए की फीस ली जाती है। मरीज का आने जाने एवं अन्य तरह का खर्चा अलग हो जाता है। ऐसे में तय किया की हम सभी का फर्ज बनता है कि किसी ना किसी माध्यम से उनके आस पास पहुंचकर अपनी सेवाएं दे ताकि डॉक्टर्स के प्रति सम्मान और भरोसे की गरिमा कमजोर नहीं हो। इसलिए वे हर रविवार सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक रेवाड़ी शहर के अपोलो क्लीनिक में अपनी सेवाएं देंगे। इससे मरीजों को आर्थिक एवं मानसिक तौर पर बहुत राहत मिलेगी। आने जाने एवं महंगी परामर्श फीस के नाम पर खर्च होने वाले हजारों रुपए बच जाएंगे। हालांकि नि:शुल्क कुछ नहीं होता। इसलिए अपोलो क्लीनिक ने बेहतर सर्विस देने के नाम पर केवल 500 रुपए परामर्श फीस रखी है। इस अपील को हर उस मरीज के परिजनों तक जरूर पहुंचाए जो इलाज के नाम पर खुद को ठगा महसूस कर रहे है।
आप अधिक जानकारी के लिए संपर्क नंबर: 01274-256666, 257777 या मोबाइल नंबर 7277745000 पर संपर्क कर सकते हैं।