शहर के गढ़ी बोलनी रोड पर शुक्रवार को मार्स अस्पताल के नजदीक सेक्टर को तीन को जा रही नाले की सड़क पर बने डॉ. रघुवीर के निर्माणधीन भवन को नगर परिषद की टीम ने नियमों के खिलाफ बताकर सील कर दिया। नप का कहना है कि जो नक्शा पास किया गया उस आधार पर जगह छोड़ी जानी चाहिए थी ऐसा नहीं किया गया। पूरा एरिया कवर कर लिया गया। इसलिए यह कार्रवाई करनी पड़ी। उधर डॉ. रघुवीर का कहना है कि अगर ऐसा है तो उनके आस पास ऐसे अनेक भवन निर्माणधीन है और अनेक बन चुके हैं। उन्हें नप की टीम ने सील क्यों नहीं किया। यहां बता दें कि कुछ दिन पहले भी नप ने एक निजी अस्पताल को इसी आधार पर सील कर दिया था बाद वह उसे अनुमति मिल गईं। ऐसे में सवाल उठता है कि नप की यह कार्रवाई निष्पक्षता के आधार पर होती है या इसके पीछे भी कोई ना कोई खेल चलता है। गुरुवार को नप की टीम डॉ. रघुवीर के निर्माणधीण भवन पर पहुंची। मौका मुआवना करने के बाद भवन की दीवार पर सील का नोटिस चस्पा कर दिया गया। इस मौके पर नप के एमई अजय सिक्का एवं अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।
निष्पक्ष कार्रवाई होने पर अनेक भवन आएंगे चपेट में
हालांकि नप से निष्पक्ष कार्रवाई की उम्मीद करना बेकार है। वजह सबकुछ उनकी नजरों में एवं मौन स्वीकृति में होता है। कार्रवाई के नाम पर औपचारिकता होती है। उसके बाद राजनीति दबाव एवं लेन देन के खेल में इस तरह की कार्रवाई को चुपचाप खत्म कर दिया जाता है। अगर ऐसा नहीं है तो शहर का मॉडल टाउन, सेक्टर तीन में नियमों की आड में सैकड़ों भवन बन चुके हैं और बन रहे हैं। मजाल अभी तक किसी पर बड़ा एक्शन हुआ हो। सही मायनों में नियमों की आड़ में कार्रवाई कम खेल ज्यादा होता है।