प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की यह कैसी संवेदना और यह कैसी खुशी ..

प्रधान ने कहा बसों की खामियां पूरा करने में मिली एक माह की छूट संघर्ष की जीत


-डीसी की तरफ से जारी लिखित प्रेस नोट में एक माह का जिक्र नहीं


-गौर करने वाली बात यह रही की एसोसिएशन में यह हिम्मत नही की वह दो मिनट की दूरी पर स्थित अस्पताल में  उपचारधीन बच्चो के परिजनों से भी मिल सके


रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

महेंद्रगढ़ जिला के कनीना क्षेत्र में जीएलपी स्कूल की बस पलटने से छह मासूमों की हुई मौत के बाद हरकत में आए प्रशासन से बसों की खामियों को पूरा करने के लिए एक माह की मिली मौखिक छूट को हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने संघर्ष की जीत बताया है।

एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल यादव ने मीडिया एवं अपने स्कूल संचालकों को भेजे पत्रनुमा संदेश में कहा की रेवाड़ी  उपायुक्त महोदय ने निजी स्कूलों की मिटिंग के दौरान सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एक महीने का समय स्कूल वाहन को दुरुस्त करने का दिया गया है ।  इस मौके पर विशेष रूप से  हम हरियाणा की शिक्षा मंत्री  सीमा त्रिखा का एसोसिएशन की तरफ से आभार व्यक्त करते हैं । घटना के बाद लगातार संवाद जारी रहा । उसका नतीजा यह रहा कि हमें कामयाबी हासिल हुई है । इस संघर्ष में विशेष रूप से जवाहरलाल  का धन्यवाद  । उपायुक्त महोदय का भी धन्यवाद करते हैं  ।  और इस सफल प्रयास में सभी साथियों का हार्दिक आभार ।

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डीसी की तरफ से जारी लिखित प्रेस नोट में एक माह का जिक्र नहीं

उधर डीसी की तरफ से जारी लिखित प्रेस नोट में स्कूल संचालकों को जल्द से जल्द से खामिया दूर करने को कहा है। एक माह का कोई जिक्र नही है। मीटिंग में जरूर एक माह की छूट मौखिक चर्चा के तौर पर हुई थी।

 यह कैसी संवेदना, मृतकों को याद तक नहीं किया, अपनी चिंता करते रहे

डीसी के साथ प्राइवेट स्कूलों की पहली मीटिंग में संवेदनहीनता साफ तौर से नजर आईं। आमतौर पर इस तरह के हादसों में जहां सामाजिक आयोजनों में मृतक मासूमों के लिए दो मिनट का मौन धारण कर संवेदना जताई जा रही है वहीं डीसी की मीटिंग में नजारा एकदम उलटा नजर आया। प्राइवेट स्कूल खुद को किसी तरह अपने व्यवसाय को किसी तरह होने वाली कार्रवाई से बचाने का संघर्ष करते नजर आए तो प्रशासन सख्त नजर आया। आरटीओ विभाग पूरी तरह से निशाने पर रहा।

  यह संघर्ष की जीत है तो मृतकों की मौत को क्या कहेंगे

जिला प्रशासन से मौखिक तौर पर मिली एक माह की छूट से प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान रामपाल यादव ने इसे संघर्ष की जीत बता दिया। यहा तक की शिक्षा मंत्री का आभार जताया। सोचिए आपकी लिखित में भावना मासूम बच्चो के परिजनों के पास पहुंचेगी तो उन पर क्या गुजरेगी।

 अब एक माह तक कोई घटना नही होगी, गांरटी मिल गई

जिस तरह प्राइवेट स्कूल अपनी बसों की खामियों को लेकर मिली एक माह की मौखिक छूट को लेकर खुश नजर आ रहे हैं उस हिसाब से एक माह तक कोई घटना नही होगी। यह कायदे से जिला प्रशासन और एसोसिएशन की तरफ से जारी की गई गारंटी है।