महेंद्रगढ़ के ग्रामीण अंचल से निकली हुई प्रतिभा इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में कुलसचिव के पद पर पहुंच गई है। गांव बेवल में वर्ष 1970 में सियाराम पंडित जी के घर जन्मे प्रमोद कुमार को आइजीयू में कुलसचिव की जिम्मेदारी मिलने के बाद गांव ही नहीं पूरे क्षेत्र के लोगों में खुशी है। गांव बेवल के ही प्रसिद्ध गायक कलाकार डॉ. धर्मेश कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में कुलसचिव के पद पर आसीन डॉ. प्रमोद कुमार ने दसवीं तक की शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से ही प्राप्त की। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से बीए, एमएससी ज्योग्राफी करने के बाद सीसीएस विश्वविद्यालय मेरठ से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1995 से मार्च 2008 तक डॉ. कुमार एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक में लेक्चरर डिपार्टमेंट ऑफ ज्योग्राफी रहे, इसके बाद एमडीयू में ही वर्ष 2009 से 2012 तक एसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ ज्योग्राफी रहे। वर्ष 2012 से अब तक डॉ. प्रमोद कुमार एमडीयू में ही प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ ज्योग्राफी कार्यरत रहे, जिन्हें अब इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में कुलसचिव की जिम्मेदारी मिली है। वर्ष 2013 से डॉ. प्रमोद कुमार के पास डायरेक्टर यूजीसी यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर कॉम्पिटेटिव एग्जामिनेशन एमडीयू रोहतक की भी जिम्मेदारी रही। डॉ. कौशिक ने बताया कि हर जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी व निष्ठा से पूरा करने के चलते इन्हें अनेक बार कई कमेटियों के मेंबर की जिम्मेदारी मिली। यूनियन ऑफ ज्योग्राफिक इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजिस्ट बेंगलुरु ने इन्हें भू स्थानिक शिक्षण की प्रमोशन को लेकर एक्सीलेंस अवार्ड 2015 से भी सम्मानित किया गया। डॉ. प्रमोद की इस उपलब्धि पर प्रदेश के प्रसिद्ध गायक कलाकार एवं आरपीएस के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. धर्मेश कौशिक, आरपीएस कॉलेज के कुलसचिव डॉ. देवेंद्र यादव, मनोज पुरोहित, राकेश शर्मा, भुवनेश शर्मा, जितेंद्र यादव, रिंकू सोनी, मुकेश एडवोकेट, रणबीर पंच, सुरेश कुमार, सरपंच महावीर, राजेश सोनी, मास्टर राम सिंह, सुरेंद्र कुमार हरियाणा रोडवेज, विक्रम बोहरा सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य जनों ने उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
अच्छी शिक्षा व अन्य गतिविधियों में मिलेगा बेहतर माहौल
कुलसचिव डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि आइजीयू विश्वविद्यालय में मिली इस जिम्मेदारी के तहत वे हर कार्य को बेहतर वह अच्छी प्रकार से करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के मार्गदर्शन में शिक्षा के साथ-साथ खेलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित हर प्रकार की एक्टिविटी में बच्चों को आगे बढ़ने के अवसर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के बेहतरीन कार्य को लेकर बुद्धिजीवी वर्ग से भी सुझाव लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पहले भी वे गांव में छोटे सेमिनार के माध्यम से लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। अपनी नियुक्ति पर डॉ. कुमार ने कहा कि आज के बच्चे ही कल देश का भविष्य बनेंगे। ऐसे में सभी अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाएं।