मध्य प्रदेश के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने मंगलवार देर रात प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा की। जिसमें पहली बार ऐसा हुआ कि सदस्यों के नाम के आगे उनकी जाति का उल्लेख किया गया था। हालांकि ज्यादातर नेताओं की जाति भी गलत बताई गई थी। जाति के आधार पर सूची जारी करने के तुरंत बाद ही विवाद पैदा हो गया, जिसको देखते हुए उस सूची को वापस लेकर नई सूची जारी की गई। भाजपा के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि पदाधिकारियों के नाम के आगे उनका वर्ग जाति को बताया गया हो। हालांकि इसमें भाजपा के बड़े नेताओं की जातियां भी गलत बताई गई थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय वैश्य हैं, लेकिन उनके नाम के आगे ब्राह्मण लिखा हुआ था। विवाद बढ़ने के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि पहली लिस्ट गलती से जारी हो गई थी, उसे सुधार कर दोबारा जारी किया गया है।