मंत्री ओमप्रकाश- चेयरपर्सन पूनम यादव की बातों को गंभीरता से ना ले, भ्रष्टाचार सलामत है..

-किसी को घबराने की जरूरत नहीं है नप में भ्रष्टाचार पहले भी सलामत था, आज भी है और भविष्य में भी पूरी तरह स्वस्थ्य रहेगा।


रणघोष खास. सुभाष चौधरी


हरियाणा के राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव जब मूड में होते हैं तो पेट की बात को दिमाग के रास्ते बाहर निकाल देते हैं। चेयरपर्सन- ईओ की डीडी पॉवर छिने जाने के सवाल पर ओमप्रकाश यादव ने बिना लाग लपेट कह दिया कि अमेरिका- दक्षिण  भारत की खबरों को छोड़ो रेवाड़ी नगर परिषद में ईओ- चेयरपर्सन का पता करो कितना कमीशन खाते थे। हमारे पास पूरी रिपोर्ट है। ओमप्रकाश दूध पीते बच्चे नहीं है जो मन किया बोल दिया। दाल में जरूर काला है। पता चलते ही नप चेयरपर्सन पूनम यादव ने आरोपों का जवाब तो दिया लेकिन कमजोर नजर आईं। कहां महिला होने का मतलब हमें कमजोर नहीं समझे। इसका मतलब महिलाएं क्या भ्रष्टाचार नहीं करती। क्या महिलाओं की कार्यप्रणाली पर आरोप नहीं लग सकते। दूसरा उन्होंने कहा कि मंत्री जी और वे भाजपा की टिकट पर लड़े हैं। इससे पार्टी की छवि खराब हुई है। इस बात की क्या गारंटी है कि जो भाजपाई है वह पूरी तरह से ईमानदार है या जो भ्रष्टाचार करें और भाजपा से संबंध रखता हो उसका कुछ नहीं बिगड़ सकता है। अगर ऐसा है तो पूरा देश ही भाजपाई हो जाएगा और सभी जेलें खाली हो जाएंगी। पुलिस- कोर्ट के ताला लग जाएगा। मंत्री ओमप्रकाश यादव मीडिया को नसीहत देते  हैं कि वे भ्रष्टाचार को उजागर करें पता लगाए हम कार्रवाई करें। मंत्री जी बताइए कि मीडिया में  आए दिन उजागर किए जा रहे मामलों पर अभी तक कितनी कार्रवाई की है। दूसरा जब सारा काम ही मीडिया करने लग जाएगा तो जांच एजेंसी एवं जनप्रतिनिधि के रहने का मतलब ही नहीं बनता। कुल मिलाकर दोनों छोटे- बड़े जन प्रतनिधियों ने बड़ी खुबसूरती से भ्रष्टाचार को पाक साफ कर दिया। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है नप में भ्रष्टाचार पहले भी सलामत था, आज भी है और भविष्य में भी पूरी तरह स्वस्थ्य रहेगा। जहां तक इस मामले में सस्पेंड हुए ईओ अभय सिंह यादव का सवाल है। वे परिवार को पूरा समय दे रहे हैं। अधूरे कामों को पूरा करने के लिए उन्हें पूरा समय मिल रहा है। स्वास्थ्य के प्रति भी गंभीर हो जाएंगे। डयूटी के समय ध्यान नहीं दे पा रहे थे।  कुछ दिन बाद वे बहाल हो जाएंगे। उन्हें सस्पेंड होने से लेकर सीट पर बैठने तक का पूरा वेतन मान सम्मान के साथ मिलेगा। यह भविष्यवाणी नहीं सिस्टम की असलियत है। इसलिए टेंशन नहीं ले। मीडिया में खबरों को चटकारें के साथ पढ़े और भूल जाए।

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