मै जिम्मेदार नागरिक हूं, मैट्रो के लिए श्रीकृष्ण भवन जरूर आउंगा

-आज रविवार दोपहर 3 बजे अंबेडकर चौक स्थित श्रीकृष्ण भवन में जरूर पहुंचे


सभी से आग्रह है इस सूचना को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुंचाए


    पीएम- सीएम को भेजी जाएगी 10 हजार से ज्यादा चिठ्‌ठी, व्यापारिक संगठन अपने बाजार में चलाएंगे अभियान

    नुक्कड नाटक और अनेक सामाजिक जागरूक आंदोलन से सरकार से मांगेगे अपने हक की मैट्रो


रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

दिल्ली- रेवाड़ी- बावल-अलवर रैपिड मैट्रो परियोजना को लेकर सामाजिक संगठनों एवं जागरूक नागरिकों की तरफ से उठी आवाज ने घर घर में दस्तक देनी शुरू कर दी है। 7 अप्रैल रविवार को सभी संगठन और जागरूक नागरिक शहर के अंबेडकर चौक स्थित श्रीकृष्ण भवन में दोपहर 3 बजे पूरी तैयारी के साथ एकजुट होंगे। इस बार होने वाली मीटिंग पूरी तरह से सकारात्मक सोच के साथ स्वयं को जागृत करते हुए सरकार से अपनी हक की मैट्रो मांगने का अभियान शुरू किया जाएगा। सभी से लगातार अपील की जा रही है की वे बिना किसी फोन के आने का इंतजार किए जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए मीटिंग में आए।

जैसा की सभी जानते हैं की सन् 2009 में दिल्ली- रेवाड़ी- बावल-अलवर रैपिड मैट्रो परियोजना का एलान हुआ था। 2014 में इसे पूरा होना था। 14 साल बाद आज 2024 में हम जागरूक नागरिक होने के नाते इस पर आवाज उठा रहे हैं। यह देरी से उठाई गई बेहतर बदलाव की जागृत व्यवस्था है। मैट्रो निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट में अचानक संशोधन कर पहले चरण में इसे धारूहेड़ा तक पूरा किया जाएगा। इससे पहले रिपोर्ट में मैट्रो को पहले चरण में  रेवाड़ी- बावल होते हुए नीमराना- शाहजहांपुर तक आना था। यानि पहले से ही यह प्रोजेक्ट 14 साल देरी से शुरू किया गया और अब शुरू हुआ तो  वह भी आधा अधूरा। यह सीधे तौर पर क्षेत्र के साथ अन्याय है। यहां बताना जरूरी है की इसी दरम्यान दिल्ली- गाजियाबाद मैट्रो का संचालन भी शुरू भी हो चुका है जबकि यह परियोजना दिल्ली-रेवाड़ी- बावल- बावल प्रोजेक्ट से कई सालों बाद तैयार हुई थी। इतना ही नहीं दिल्ली- गाजियाबाद मैट्रो का विस्तारीकरण करके उसे अब मेरठ तक ले जाने का कार्य शुरू हो चुका है। इसके लिए सभी नैतिक तौर पर जिम्मेदार है की हम अपनी इस परियोजना के लिए इतने लंबे समय तक जागृत नहीं हो पाए। इसलिए अब समय आ चुका है कि हम सभी जागरूक नागरिक एक आवाज- एक सुर एक लक्ष्य के साथ अपने जन प्रतिनिधि पक्ष- विपक्ष से पूछे। सवाल करे आप हमारे आदरणीय श्री है। बड़े सम्मान से मिलकर या उन्हें पत्र लिखकर सब से पूछना चाहिए।  हमें बताइए आप सभी ने मैट्रो के लिए कब कब और क्या- क्या प्रयास किया।  इसके साथ साथ मैट्रो को लेकर शुरू हुए जन जागरण अभियान के भागीदार बनिए। इस दृष्टिकोण के साथ मैट्रो मेरा अधिकार, मै इसे लेकर रहूंगा। हर समय यह याद रखना है। हमारे रोज के काम में एक काम अपनी मैट्रो का भी है। मुझे मेरी सरकार से 2009 वाली मैट्रो चाहिए। आपकी जागृति, मैट्रो का आगमन। आओ मिलकर सरकार को जगाए,  एक बड़ी समस्या का समाधान कराए। हम वहीं मांग रहे हैं जो सरकार 2009 में देना चाहती थी। मैट्रो के लिए आपकी भागेदारी अति आवश्यक है। अपने क्षेत्र के विकास के लिए जागरूक बने ।

 सोचिए मैट्रो होती तो सड़क हादसों से घरों में मातम नहीं होता

 सोचिए आज मैट्रो होती  गुरुग्राम- दिल्ली मेरी बेटा- बेटी से बहुत करीब होती। मैट्रो होती, सड़क हादसे से घरों में मातम नहीं होता। मैट्रो होती मेरा और मेरे बच्चो का भविष्य दिल्ली में संवर रहा होता। मैट्रो होती प्रदूषण खत्म , जिंदगी स्वस्थ्य होती । मंथन करिए क्या अब भी  मैट्रो के लिए कोई तारीख चाहिए ? । बताइए समाज में ऐसा कोई व्यक्ति है जिसे मैट्रो की जरूरत नहीं ?। सभी को मैट्रो चाहिए,। अब समय आ चुका है हम स्वयं से पूछे 2009 से आज तक मैने क्या किया। इसलिए सभी से अनुरोध है की मैट्रो के लिए चल पड़े अभियान के भागीदार बन स्वयं में उदाहरण बने।

 

पीएमओ भेजने का पता:  प्रधानमंत्री कार्यालय, साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली- 110011. फोन नंबर: 011-23386447. 

सीएमओ भेजने का पता: मुख्यमंत्री कार्यालय हरियाणा सिविल सचिवालय, चौथी मंजिल, सेक्टर 1, चंडीगढ़

 विशेष् सूचना: आप जो भी प्रयास करे उसे मीडिया में प्रकाशित किया जाएगा ताकि जन जागृति फैले। इसलिए इससे संबंधित कोई भी जानकारी, फोटोग्राफ व विवरण हमें मैट्रो मेरा अधिकार नाम से दैनिक रणघोष के  मोबाइल नंबर 7206492978 पर भेज सकते हैं।