यह लेख उस पांखड पर है जिसने धर्म के बाजार में श्रीराम को प्रोडेक्ट बना दिया

राम भक्त बनने के लिए कर्म की जरूरत नहीं, बस मीडिया में बने रहिए


Pardeep ji logoरणघोष खास. प्रदीप नारायण

इन दिनों धर्म के बाजार में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का भक्त बनना व होना बेहद आसान है। कुछ नहीं करना अपनी दिनचर्या में हलका सा बदलाव लाना है। जब भी किसी से मिले जय सियाराम बोले। माथे पर तिलक, गले में माला हो तो सोने पर सुहागा। अपने वाहनों पर श्रीराम के स्टीकर व घरों  की छतों पर भगवा झंडा लगा लिया तो समझ जाइए आपको श्रीराम भक्त होने का पूरा पैकेज मिल गया है। जगह जगह खुल रही धर्म की दुकानें यह बताने के लिए काफी है हमने श्री राम को प्रोडेक्ट बनाने में तमाम मर्यादाओं का सौदा कर दिया है।  आप दिन भर क्या करते हैं, अपने व्यवसाय या नौकरी में मर्यादा, ईमानदारी एवं कर्तव्य निष्ठा का कितना पालन करते हैं। इन बातों का रामभक्त होने से कोई लेना देना नहीं। अगर आपकी पकड़ मीडिया तक है तो समझ लिजिए आपको रामभक्त होने का लाइसेंस या प्रमाण पत्र मिल चुका है।

मौजूदा माहौल के हिसाब से रामभक्त की उपाधि हासिल करने के लिए चर्चा में बने रहना जरूरी है। इसलिए अपने आस पास ऐसी गतिविधियां करते रहिए जिससे समाज में यह संदेश जाए की आपको श्रीराम ने ऐसा करने के लिए विशेष जिम्मेदारी दी है। बचपन में हम बड़े बुजुर्गों का सम्मान राम राम से करते थे सभी धर्म जाति  का भरपूर आशीर्वाद मिलता था। आज करते हैँ तो बीजेपी समर्थक कहलाएंगे। अगर उनके हिसाब से राम राम  नहीं करेंगे तो वे आपको राम विरोधी साबित कर देंगे। कहने का मतलब श्रीराम को मानने व होने के लिए खुद को उसी तरह साबित करना पड़ेगा जिस तरह शैक्षणिक प्रमाण पत्र दिखाकर पढ़े लिखे होने का सबूत पेश करते हैं। जहां तक मीडिया का सवाल है। उसकी पूरी मेहनत परिवार व समाज में रामभक्त होने या नहीं होने की खोज में लगी हुई है। इसलिए स्टूडियो में अलग अलग संपद्रायों का प्रचार करने वालों को एक एजेंडे पर बुलाया जाता है। ऐसे सवाल दागे जाते हैं जिससे धर्म के प्रति एक दूसरे के प्रति नफरत व घृणा का भाव मानवता व इंसानियत को लहु लुहान कर दें। देश में जगह जगह ऐसा माहौल बन चुका है। इसमें कौन गलत है ओर कौन सही। कहना मुश्किल है। इतना जरूर है की राम भक्त होने के लिए खुद को बाहरी तौर पर साबित करना ही पड़ेगा। सबूत पेश करने होंगे।  अगर ऐसा नहीं किया तो इसकी  कीमत चुकाने के लिए तैयार रहिए।

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