युवती ने छेड़छाड़ की घटना पुलिस से पहले वाटसग्रुप पर डाली, दो दिन बाद महाबीर मसानी पर मामला दर्ज

सबसे बड़ा सवाल उसने  अपनी पीड़ा दीपेंद्र हुडडा नाम से बने ग्रुप में शेयर क्यों की। कायदे से यह उसकी निजता व प्रतिष्ठा से जुड़ा मसला था। उसे सीधे तोर पर अपने परिजनों के साथ पुलिस में जाना चाहिए था।


रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

कांग्रेसी नेता महाबीर मसानी पर पुलिस ने  एक युवती की शिकायत पर  छेड़छाड़, जान से मारने एवं एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच कर रहे डीएसपी मोहम्मद जमाल ने कहा कि जांच चल रही है। अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। इस मामले में एक साथ कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला जब युवती के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई तो  उसने अपनी पीड़ा दीपेंद्र हुडडा नाम से बने ग्रुप में शेयर क्यों की। कायदे से यह उसकी निजता व प्रतिष्ठा से जुड़ा मसला था। उसे सीधे तोर पर अपने परिजनों के साथ पुलिस में जाना चाहिए था। बजाय ऐसा करने के उसने 16 जुलाई की रात को 9 बजकर 39 मिनट पर वाटसग्रुप में लिखा की महाबीर मसानी ने मेरे साथ गलत किया मै आज एमपी साहब की वजह से चुप हूं यदि एमपी साहब ने मेरा समाधान नहीं किया तो मै सुबह कंपलेंट कर दूंगी। इसके एक घंटे बाद वह वह दुबारा लिखती है कि रात को मुझे और मेरी फैमिली के साथ कुछ भी गलत हुआ तो उसका जिम्मेदार महाबीर मसानी होगा। इसलिए मै अपना फोन बंद कर रही हूं। इसके दो दिन बाद युवती ने 18 जुलाई को शहर थाना पुलिस में रात को महाबीर मसानी के खिलाफ छेड़छाड़, जान से मारने की धमकी एवं एससीएसटी के तहत मामला दर्ज करा दिया। इसी बीच 16 जुलाई को वाटसअप पर युवती का मैसेज वायरल होते ही महाबीर मसानी ने अगले दिन 17 जुलाई को एसपी को वाटसअप के आधार पर ईमेल व वाटसअप के जरिए शिकायत भेजकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। 18 जुलाई को मसानी खुद एसपी के सामने पेश हो गया। एसपी ने वाटसअप के आधार पर मिली शिकायत की जांच के लिए डीएसपी अमित भाटिया की जिम्मेदारी सौंप दी। इसके बाद इसी 18 जुलाई की रात को युवती ने सदर थाना में महाबीर के खिलाफ यह मामला दर्ज करा दिया। जिसकी जांच अब डीएसपी मोहम्मद जमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। जांच चल रही है अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।

मसानी का दावा वह युवती से मिला नहीं तो एससीएसटी कैसे लग गया

महाबीर मसानी ने कहा कि युवती ने जब उसका नाम लेकर किसी ग्रुप में उस पर आरोप लगाए तो उसकी कंटिंग उसके वाटसअप पर किसी ने भेज दी। अगले दिन वह एसपी से मिलना चाहते थे लेकिन वे किसी कार्य में व्यस्त थे इसलिए उन्होंने ईमेल व एसपी के वाटसअप पर शिकायत भेजकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। अगले दिन वे एसपी के सामने पेश हो गए। वे युवती को नहीं जानते हैं और ना हीं किसी तरह का  कोई संवाद हुआ। ऐसे में उनके खिलाफ छेड़छाड़, जान से मारने व एससीएसटी का मामला दर्ज होना एक सोची समझी राजनीतिक साजिश है। वे कानून में भरोसा करते हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए इसके लिए वे पूरा सहयोग करेंगे।

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