राजा मोरधज के किस्से की प्रस्तुति पर लोग उनके बलिदान से हुए सराबोर

श्री कृष्ण बाल गोपाल गोशाला बिहाली 3 दिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को रविंद्र बैसला व दीप चौधरी ने अपनी प्रस्तुति दे कर प्राचीन संस्कृति से जुडे प्रंसगों को लोक कला के माध्यम से प्रस्तुत किया। हरियाणवी संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम में मुख्यअतिथि समाज सेवी कृष्ण राजपुरा व राकेश बेगपुर रहे। शुक्रवार को राजा मोरधज के किस्से की प्रस्तुति दी जिसमें राजा ने अपने बेटे की बलि भगवान को खुश करने के लिये दे दी। आपै ही जाया आपे ही मारा, ये कैसे किस्मत के लेख पर उपस्थित लोगों भक्तिभाव से सराबोर हो गये। किस्से को सुन कर गोशाला  में बड़ी संख्या में गो वंश के लिए दान किया। मंच संचालन प्रहलाद बाबू ने किया। गोशाला के प्रधान बाबू बलबीर सिंह ने वार्षिकोत्सव में आये हुए सभी मेहमानों व गो भक्तों का अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि वार्षिकोत्सव के  समापन पर 21 फरवरी को लोक गायक कलाकार नरदेव बेनीवाली एंड पार्टी व सुभाष राजस्थानी अपनी प्रस्तुति देंगे।  तथा मंहत सतबीर नाथ की ओर से यह कार्यक्रम होगा। गोमूत्र गोबर से बनी हुई पंचग्वय से बनी दवाओं का प्रदर्शनी व स्टॉल लगाई जाएगी। एकड़ में फैली वर्ष 2002 में स्थापित की गई। गोशाला 2200 की संख्या में विभिन्न प्रकार की गायों की सेवा की जा रही हैं। इस मौके पर गोशाला के उपप्रधान जगदेव बजाड़, रामलाल मैनेजर, सुरेश शर्मा, महिपाल खर्ब, बिरेंद्र आर्य, मदन लाल सरपंच,हजारीलाल सरपंच, सरपंच भूप सिंह, एक्स सरपंच सुबह सिंह, सोहनलल, महिंद्र सिंह, ओमप्रकाश, रामानंद बिहाली, शिवलाल सरपंच, कै प्टन महाबीर सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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