नाबार्ड महिला सशक्तिकरण मे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। इसी क्रम मे नाबार्ड के सूक्ष्म उद्यमिता विकास कार्यक्रम (एमईडीपी) के अंतर्गत “मिठाई के डिब्बे,पतल दौना, फ़ाइल बनाने पर” स्वय सहायता समूह / सयुक्त देयता समूहों के 30 सदस्यों हेतु 15 दिवसीय प्रशिक्षण का गांव सुमाखेड़ा में समापन कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम मे नाबार्ड के डीडीएम जगदीश परिहार ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से स्वय सहायता समूह एवं सयुक्त देयता समूहों की महिलाएं छोटी-छोटी बचत करअपना व्यापार /उद्योग शुरू सकेगी। जिसको आगे चलकर बैंक ऋण भी उपलब्ध करवाएगी। जिनसे इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी एवं गरीब ग्रामीण महिलाओ को रोजगार मिलेगा। कार्यक्रम का आयोजन लॉर्ड कृष्णा एडुकेसनल फ़ाउंडेशन ने किया।