भारत में कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हो चुका है। वैक्सीनेशन के पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स कोऔर फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की डोज दी गई। एक मार्च से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 250 रुपये निर्धारित की है, जो 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। सरकार ने फैसला किया है कि लोगों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन की एक खुराक के लिए की कीमत150 रुपये बताई जा रही है और इसमें सेवा शुल्क के रूप में 100 रुपये और जुड़ जाएंगे। फिर निजी अस्पताल लाभार्थियों से कीमत वसूलेंगे। सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा लिया गया है और इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचना भेजी जा रही है।स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि अब तक 77% हेल्थ वर्कर्स को पहली खुराक दी गई है और 70% को दूसरी खुराक मिली है। इससे पहले, गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने बताया कि सरकार ने कोरोना वैक्सीन की कीमत 250 रुपये तय की है ताकि अधिक से अधिक लोग कम समय में कोरोना की वैक्सीन लगवा सकें। वहीं, ये वैक्सीन सरकारी अस्पताल में मुफ्त में मिलेगी। सरकार की कोशिश है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक लोग कोरोना से सुरक्षित हो सकें, इसके लिए प्राइवेट अस्पतालों के बड़े नेटवर्क का इस्तेमाल सरकार करना चाहती है।