किसानों की आवाज दबाकर अपने पतन की शुरूआत कर रही भाजपा सरकार

रणघोष अपडेट. गुरुग्राम

 किसानों के तीन बिलों को लेकर लड़ाई अब सड़कों पर आ जा चुकी है। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि जो काम गुलाम भारत में अंग्रेज करते थे। वहीं अब भाजपा कर रही है। जिस देश को कोरोना में किसानों ने बचाया उस पर ही अत्याचार किया जा रहा है। अगर यही रामराज है तो यह सोच सबसे खतरनाक है। भाकियू के जिला उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह बुढपुर  ने कहा कि हमारे जिला अध्यक्ष समे सिंह समेत अनेक किसान नेताओं की गिरफ्तारी करके भाजपा सरकार ने साबित कर दिया कि वह महज पूंजीपतियों की कठपुतली  अलावा कुछ नहीं है। वह किसानों की आवाज को दमनकारी नीतियों से दबाना चाहती है लेकिन वह भूल गई कि इस लोकतंत्र में जिसने भी ऐसा किया है उसका पतन सुनिश्चित है। मौजूदा हालात यह बता रहे हैं। कुलदीप सिंह ने कहा कि  हम किसानों की आवाज को किसी सूरत में दबने नहीं देंगे इसके लिए कितनी भी बड़ी कीमत चुकानी पड़े।  

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