Career Tips: 12वीं के बाद क्या करें? बहुत काम आएगी इन विषयों की पढ़ाई, जॉब की पक्की गारंटी

ज्यादातर बोर्ड्स ने 12वीं परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. करोड़ों स्टूडेंट्स सीयूईटी परीक्षा और कॉलेज में एडमिशन की तैयारी में जुटे हुए हैं. अब हर स्ट्रीम में भरपूर ऑप्शंस मौजूद हैं, जिनकी वजह से स्टूडेंट्स बहुत कंफ्यूज रहते हैं. 12वीं के बाद बीए की डिग्री लेकर आप अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं (BA Pass Job).

12वीं के बाद कॉलेज में वही कोर्स चुनें, जिसमें आप भविष्य में करियर बनाना चाहते हैं. किसी के दबाव में आकर कोई फैसला न लें. अगर आपकी ह्यूमैनिटीज विषयों में रुचि है तो बैचलर ऑफ आर्ट्स के विभिन्न विषयों में ग्रेजुएशन कर सकते हैं (Humanities Subjects). इस स्ट्रीम के कुछ कोर्स आपको बेहतरीन नौकरी दिलवा सकते हैं (Job Options After BA).

बीए और बीए ऑनर्स में क्या अंतर है?
आर्ट्स में ग्रेजुएशन करने के लिए दो विकल्प हैं- बीए और बीए ऑनर्स. स्टूडेंट्स अपनी रुचि के हिसाब से दोनों में से किसी भी कोर्स की डिग्री ले सकते हैं (BA and BA Hons Difference). बीए में 3 सालों में कई विषयों की पढ़ाई करनी होती है, जबकि बीए ऑनर्स में किसी खास विषय में स्पेशलाइजेशन करवाया जाता है (BA Honours Meaning).

इन विषयों में कर लें स्पेशलाइजेशन
अगर आप कॉलेज में बीए की पढ़ाई करना चाहते हैं तो अपना फोकस उन विषयों पर करें, जिनमें डिग्री मिलते ही नौकरी हासिल की जा सके. आप चाहें तो नीचे लिखे विषयों में विशेषज्ञता ले सकते हैं.
1- बीए इंग्लिश (BA English Syllabus) – अंग्रेजी विषय आपके लिए करियर की नई राह खोल सकता है. बीए इंग्लिश में वर्ल्ड लिटरेचर, ब्रिटिश लिटरेचर, पोस्टकोलोनियल लिटरेचर, नाइंटींथ सेंचुरी यूरोपियन रियलिज्म, इंग्लिश पोएट्री, इंग्लिश ड्रामा: एलिजाबेथ टू विक्टोरियन, यूरोपियन क्लासिक लिटरेचर, पोस्ट वर्ल्ड वॉर II जैसे टॉपिक्स कवर किए जाते हैं.
2- बीए साइकोलॉजी (BA Psychology Colleges) – साइकोलॉजी में बीए कोर्स करके आप काउंसलर बन सकते हैं या इसमें एमए भी कर सकते हैं. इस कोर्स में डेवलपमेंट साइकोलॉजी, सोशल साइकोलॉजी, गाइडेंस एंड काउंसलिंग, एनवायरमेंटल साइकोलॉजी, एजुकेशनल साइकोलॉजी, स्पोर्ट्स साइकोलॉजी जैसे विषयों की पढ़ाई कर सकते हैं.
3- बीए इकोनॉमिक्स (BA Economics Courses) – इकोनॉमिक्स काफी विस्तृत विषय है. इसमें जॉब ऑप्शंस की कमी नहीं है. बीए इकोनॉमिक्स कोर्स में इंट्रोडक्ट्री माइक्रोइकोनॉमिक्स,  मैथेमेटिकल मेथड्स फॉर इकोनॉमिक्स, इंट्रोडक्ट्री मैक्रोइकोनॉमिक्स, डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स जैसे विषयों में स्पेशनलाइजेशन कर सकते हैं.

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