5 मई 2022 को सीएम मनोहरलाल का बन गया मृत्यु प्रमाण पत्र
– वह भी सरकारी साइट से
रणघोष खास. देशभर से
जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जिसके आधार पर भारत में किसी भी व्यक्ति की पहचान आधिकारिक और कानूनी तौर पर सत्यापित होती है। यह एक ऐसा दस्तावेज है जिसके जरिए कोई भी असामाजिक तत्व सिस्टम के तमाम रास्तों में आसानी से दाखिल हो सकता हैं। मसलन जन्म प्रमाण पत्र से आप भारतीय होने के सभी अधिकार आसानी से प्राप्त कर सकते हैं ओर मृत्यु प्रमाण पत्र से जेल में जमानत पर आने वाले का केस खत्म किया जा सकता है।
सोचिए अगर दोनो ही प्रमाण पत्र सरकार की वेबसाइट से होकर फर्जी तरीके से बनकर आ जाए तो इसके क्या क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं। सहजता से समझा जा सकता है। दैनिक रणघोष हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल से लेकर चार कैबिनेट मंत्री के सरकारी वेबसाइट के रास्ते बने फर्जी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण बनाने का खुलासा कर रहा है। इस रिपोर्ट से पहले हम स्पष्ट कर देना चाहते हैँ हमारा मकसद सिस्टम में तमाम तरह की खामियों को पूरी जिम्मेदारी के साथ सामने लाना है किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना नहीं है। सरकारी वेबसाइट से फर्जी जानकारियों को कैसे असली दिखाकर देशभर में एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। इसका पर्दाफाश रणघोष ने किया है।
आसानी से बन गया सीएम मनोहरलाल का मृत्यु प्रमाण पत्र
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल का मृत्यु प्रमाण पत्र जब आसानी से बन सकता है तो आमजन के दस्तावेजों में तो दिमाग लगाने की जरूरत ही नहीं है। रणघोष के सहयोगी ने इस तरह के प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह से एक महिला की मदद से संपर्क साधा तो महज 950 रुपए की फीस से यह प्रमाण पत्र कुछ घंटों में हमारे वाटसअप पर आ गया। इस प्रमाण पत्र की सत्यता जानने के लिए प्रमाण पत्र में दिए क्यू बार कोड को स्कैन किया तो तो कंप्यूटर या स्मार्ट फोन सीधे भारत सरकार की जन्म मृत्यु पंजीकरण की साइट www.crsorgi.gov.in पर चला गया जो की सीधे तौर पर राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर से जुडी हुई है। यह साइट नागरिकता का एक अहम् दस्तावेज उपलब्ध करवाती है। दूसरे शब्दों में कहे तो यह नागरिकता की प्रमाणिकता साबित करती है। जहां इस प्रमाण पत्र की सॉफ्ट कॉपी मिलती है उस पर उल्लेखित क्यू बार कोड को स्कैन करने के साथ यह विश्वास भी कायम हो जाता है कि यह सरकारी वेबसाइट से आने वाला कागज सरकारी है…इसे बाहर नहीं बनाया गया है…और ये सरकार के सर्वर डोमेन में है.।
5 मई 2022 को सीएम मनोहरलाल का मृत्यु प्रमाण पत्र बन गया
उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पन्नूगंज उरफ शाहगंज के पते से 5 मई 2022 को 68 वर्षीय मनोहरलाल पुत्र हरबंसलाल, माता शांति देवी पता 719, न्यू प्रेम नगर, पोस्ट आफिस न्यू प्रेम नगर, करनाल, हरियाणा के नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनकर तैयार हो गया। 2 फरवरी 2023 को यह प्रमाण पत्र जारी किया गया जिसकी पंजीकरण संख्या डी-2023, 960339000021 दर्शाई है। इस मृत्यु प्रमाण पत्र को 2फरवरी 2023 को शाम के 6 बजकर 2 मिनट 39 सेकेंड पर सरकारी साइट www.crsorgi.gov.in पर अपलोड किया गया है। सीएम मनोहरलाल का सही आवासीय पता लेने के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग की साइट पर गए। जहां सीएम मनोहर लाल खट्टर की 2019 की प्रोफाइल मिली। प्रोफाइल की जानकारी…और कागज की जानकारी सभी समान थी। यहां तक की निर्वाचन आयोग की साइट पर जो पता दर्ज था वहीं पता इस मृत्यु प्रमाण पत्र पर भी दर्ज है…यानी यह मृत्यु प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश सरकार के सरकारी दफ्तर से जारी किया गया है जो हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर का है.।
इस तरह के फर्जी प्रमाण पत्र से हो सकती हैं बड़ी वारदातें
इस जालसाजी का धंधा इतना आसान और सस्ता है तो फिर इसका इस्तेमाल माफिया, बदमाश, आतंकी किसी भी हद में जाकर कर सकते हैं। कुख्यात बदमाश को कोर्ट में मरा हुआ दिखाया जा सकता है। बीमा के लिए जीवित इंसान का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर रकम वसूली समेत अनेक तरह की वारदातें आसानी से की जा सकती है.।