Iran Afghanistan Clash Update: ईरान-तालिबान के बीच जंग के हालात, बॉर्डर पर तैनात किए गए खतरनाक हथियार

ईरान (Iran) और अफगानिस्तान (Afghanistan) के बीच तनाव ने जंग का रूप ले लिया है. दोनों देश आपस में भीड़ गए हैं. और एक दूसरे पर रॉकेट-मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं. इस बीच खबर है कि तालिबान (Taliban) ईरान की सीमा के पास भारी हथियारों को स्थानांतरित कर रहा है और तैनात कर रहा है. दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप तालिबान और ईरानियों के बीच संघर्ष हुआ है, जिसमें दोनों पक्षों की जानें गई हैं.  न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार अफगानिस्तान-ईरान में पानी को लेकर बॉर्डर पर मुठभेड़ में 4 की मौत हो गई है. वहीं दूसरी ओर तालिबान ने ईरान को बड़ी धमकी दी है. तालिबान ने कहा है कि वह 24 घंटे में ईरान को हराकर उस पर फतह कर लेगा. जाबोल सीमा पर हुई गोलीबारी, मुठभेड़ में ईरान के तीन और एक तालिबानी सैनिकों की मौत की भी खबर है.

तालिबान के नेता अब्दुल हमीद ने एक अपील जारी की है. अपील में तालिबान ने कहा है कि ‘हमारी ताकत का परीक्षण न करें, आप पश्चिमी लोगों के साथ पर्दे के पीछे हैं, और हम सच्चे मुसलमान. अगर इस्लामिक अमीरात के बुजुर्ग हमें अनुमति देते हैं, तो हम तेहरान को जीत लेंगे.’ रॉयटर्स के अनुसार ईरान ने अफगानिस्तान के तालिबान शासकों पर हेलमंद नदी से ईरान के सूखे पूर्वी क्षेत्रों में पानी के प्रवाह को प्रतिबंधित करके 1973 की संधि का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. हालांकि तालिबान ने इस आरोप से इनकार किया है.

बता दें कि दोनों देशों के बीच हेलमंद नदी के पानी पर अधिकार को लेकर विवाद चल रहा है. ईरान का कहना है कि हेलमंद नदी के पानी पर उसका अधिकार है. वहीं अफगानिस्तान के तालिबान सरकार का कहना है कि हेलमंद नदी के पानी पर उसका अधिकार है. इस बीच राष्ट्रीय पुलिस के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल कासिम रेजाई ने अफगान सीमा के पास जाबोल सीमा रेजीमेंट में स्थित सासोली चौकी पर शनिवार को हुए हमले पर चिंता व्यक्त की. कमांडर ने कहा कि तालिबानियों ने अंतरराष्ट्रीय कानून और अच्छे पड़ोसी के सिद्धांतों का उल्लंघन किया है.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: