Iran-Israel War Updates: कैसे इजरायल के ये 5 सिपाही रोक देते हैं हर हमला, ईरान की भी 300 मिसाइलें और ड्रोन बेकार

ईरान ने रविवार तड़के इजरायल पर 300 मिसाइलें और ड्रोन दागकर दशहत पैदा कर दी, लेकिन इजरायल के अभेद त्रिस्तरीय सुरक्षा कवच की वजह से नुकसान ज्यादा नहीं हो पाया। इजरायल के एरो एरियल डिफेंस सिस्टम ने ईरानी हथियारों को धराशायी कर दिया। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, इजरायली सेना त्रिस्तरीय हथियार आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग और ऐरो डिफेंस सिस्टम की बदौलत 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइलों को नाकाम करने में सफल रही।

इन हथियारों में पैट्रियट और आयरन बीम भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। बता दें, पिछले साल हमास के ड्रोन हमले के दौरान भी इन हथियारों की मदद से इजरायल ने हथियारों को मार गिराया था।

इजरायल के पास मौजूद रक्षा प्रणाली पर नजर-

1. आयरन डोम: इजरायल द्वारा विकसित यह प्रणाली कम दूरी के रॉकेटों को मार गिराने में माहिर है। यह एक एयर डिफेंश शील्ड है, जिसका पूरा नाम आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। इजरायल का कहना है कि उसकी सफलता दर 90% से अधिक है। इसमें एक इंटरसेप्टर लगा होता है, जो दिन-रात के अलावा सभी मौसम में कार्य करने में सक्षम है। जब कोई मिसाइल किसी इलाके में गिरने वाला होता है, इसके इंटरसेप्टर पता लगा लेते और उसे हवा में ही मार गिराता है।

2. ऐरो: इसे लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए बनाया गया है। यह 200 किलोमीटर से अधिक दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है। इसका रॉकेट लगभग 11 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मिसाइल को खत्म करता है। इसमें एक ग्रीन पाइन फायर कंटोल रडार शामिल है, जो 2400 किलोमीटर की लंबी दूरी तक लक्ष्य का पता लगा सकता है।

3. डेविड्स स्लिंग: 2017 में अमेरिका की मदद से इजरायल ने विकसित किया। मैजिक वैंड नाम से प्रसिद्ध यह स्लिंग रक्षा बल सैन्य प्रणाली का मजबूत हथियार है, जो मध्यम दूरी की मिसाइलों को रोकता है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 250 किलोमीटर है और अधिकतम गति 7.5 मैक है।

4. पैट्रियट: यह इजरायल की मिसाइल रक्षा प्रणाली का सबसे पुराना सदस्य है। 1991 में प्रथम खाड़ी युद्ध के दौरान उस समय इराक के नेता सद्दाम हुसैन द्वारा दागी गई स्कड मिसाइलों को रोकने के लिए किया गया था। पैट्रियट का उपयोग अब ड्रोन सहित विमानों को मार गिराने के लिए किया जाता है।

5. आयरन बीम: इजरायल लेजर तकनीक से आने वाले खतरों को रोकने के लिए एक नई प्रणाली विकसित कर रहा है।