ठाकुर अतरलाल ओर अटेली के बीच रिश्ता बहुत गहरा है, जिसे तोड़ना आसान नही
2019 चुनाव में अटेली सीट पर इस शख्स ने अपने व्यवहार से 37 हजार से ज्यादा वोट लेकर सभी को हैरान कर दिया था।
रणघोष खास. अटेली से ग्रांउड रिपोर्ट
लंबे समय तक सबसे शांत रहने वाली अटेली विधानसभा सीट इस चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा बटोर रही है। वजह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ रही है। जाहिर है वह एक तरह से अहीरवाल के सबसे बड़े परिवार की विरासत को संभालने जा रही है। इसलिए सभी की नजरें इसी पर ही टिकी हुई है। इस सीट पर आरती के बाद सबसे चर्चित नाम ऐसे शख्स का आ रहा है जिसने इस चुनाव को बेहद कांटे का बना दिया है। इनका नाम ठाकुर अतरलाल है जो इस सीट पर सबसे उम्रदराज प्रत्याशी है। ऐसा भी नही है ये किसी राजनीति घराने से संबंध रखते है। इसकी पहचान सामाजिक शख्सियत के तौर पर रही है जिसकी ताकत का अंदाजा 2019 के चुनाव में अपने दम पर बटोरे गए 37 हजार से ज्यादा वोटों से लगाया जा सकता है।
सामाजिक सरोकार में नहाता रहा है इस शख्स का जीवन
ठाकुर अतरलाल का निजी जीवन सामाजिक सरोकार में नहाता रहा है। वे 36 बिरादरी के दुख सुख में शामिल रहे हैं। इस वजह से चुनाव में उन्हें वोटों के तौर पर सभी वर्ग के लोगों का पूरा सम्मान मिलता है। 2019 के चुनाव में भाजपा लहर होने के बावजूद ठाकुर अतरलाल को यहा के मतदाताओं ने अपना बनाने में कोई कसर नही छोड़ी बेशक वे दूसरे नंबर पर रह गए। पेशे के तौर पर वे महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ कॉलेज समेत अनेक शिक्षण संस्थानों के चेयरमैन है। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में लंबे समय तक अच्छे अधिवक्ता के तोर पर पहचान बनाई। अनेक किसान संगठनों से जुड़कर उनकी आवाज को सड़कों पर उठाते रहे। इसके बाद वकालत छोड़कर अपने स्तर पर भारतीय किसन संगठन की स्थापना की। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति से शुरूआत करते हुए सामाजिक दायरे में रहकर राजनीति में प्रवेश किया। 2019 के चुनाव में वे अंतिम समय तक मुकाबले में डटे नजर आए। वे दक्षिण हरियाणा के पहले ऐसे उम्मीदवार थे जिसने भाजपा की लहर को अपने दम पर रोक दिया था। इसलिए सारा इलाका उन्हें नेता जी के नाम पर बुलाकर सम्मान करता है। जरूरतमंद परिवार को जब भी किसी मदद की आवश्यकता होती है लोग उसे ठाकुर अतरलाल के पास भेज देते हैं। इस बार के चुनाव में भी वे इनेलो- बसपा की टिकट पर मैदान में है। अगर वे चुनाव जीत जाते हैं तो ठाकुर अतरलाल प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित चेहरा बन जाएंगे। वजह उनका मुकाबला ऐसे राजनीतिक घराने की बेटी से है जिनके पिता राव इंद्रजीत लगातार 50 सालों से सफल राजनीति करते आ रहे हैं।जिनके दादा पूर्व मुख्यमंत्री राव वीरेंद्र सिंह भी इसी सीट से विधायक बने थे। इसलिए इस दमदार शख्सियत की चर्चा बनती है।