रणघोष अपडेट. देशभर से
ओडिशा में दो ट्रेनों की टक्कर में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई। हादसे में क़रीब 400 लोग घायल हुए हैं। शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) के कई डिब्बे शुक्रवार को एक अन्य यात्री ट्रेन से टकराने के बाद पटरी से उतर गए। हादसा ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा स्टेशन पर हुआ। कई यात्रियों के फँसे होने की आशंका है। कोरोमंडल एक्सप्रेस के 10-12 डिब्बे और दूसरी यात्री ट्रेन के 3-4 डिब्बे बेपटरी हुए हैं। इसमें कुछ डिब्बे पलट भी गए हैं। डिब्बे में फँसे लोगों को निकालने का अभियान देर रात तक जारी रहा।हादसे में घायल क़रीब 132 लोगों को सोरो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गोपालपुर सीएचसी और खंटापाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में भेजा गया है। ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक ने कहा है कि ट्रेन हादसे के बाद बालासोर के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को करीब 47 घायलों का इलाज किया गया। आसपास के दूसरे अस्पतालों में भी घायलों को भेजा गया है। इधर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
60 एंबुलेंस भेजी गईं
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा है कि हादसे के बाद एनडीआरएफ की लगभग तीन इकाइयों को दुर्घटनास्थल के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने एक वीडियो संबोधन में कहा, ‘जिला मजिस्ट्रेट, बालासोर रेंज के महानिरीक्षक, बालासोर के पुलिस अधीक्षक पहले ही जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।’मुख्य सचिव ने कहा, ’15 से अधिक दमकल इकाइयों को भी भेजा गया है… बचाव अभियान शुरू हो गया है।’ उन्होंने कहा है कि यात्रियों को बचाने के लिए लगभग साठ एंबुलेंस को दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है। उन्होंने कहा है कि दो मेडिकल कॉलेज- एक बालासोर में और एससीबीएमसी कटक में मरीजों को भर्ती करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है, ‘ओडिशा में ट्रेन हादसे से व्यथित हूँ। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है।’