केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 का टीका होने का मतलब यह नहीं है कि किसी को बेपरवाह हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवारक उपायों का अभी और निकट भविष्य में भी पालन किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हर्षवर्धन ने विभिन्न परिवहन यूनियनों के बीच मास्क और साबुन के वितरण संबंधी कार्यक्रम की अध्यक्षता की। हर्षवर्धन भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस)के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोविड-19 गतिविधियों के तहत मास्क वितरित करने की पहल का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। यह देशभर में इस तरह के वितरणों की एक श्रृंखला का हिस्सा है।’’ बयान में उनके हवाले से कहा गया है, ‘‘दिल्ली में ही हमने रेलवे स्टेशनों, सब्जी मंडियों और अन्य स्थानों पर संक्रमण की अधिक आशंका पर विचार करते हुए मास्क वितरित किए हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि टीका आने के बाद कोविड-19 से बचने के लिए एहतियाती उपायों का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान पहले ही शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 का टीका होने का मतलब यह नहीं है कि किसी को बेपरवाह हो जाना चाहिए, बल्कि निवारक उपायों का अभी और निकट भविष्य में भी पालन किया जाना चाहिए। इसे देखते हुए, यह प्रशंसनीय है कि आईआरसीएस ने रोकथाम के दृष्टिकोण से मास्क का वितरण जारी रखा है। हर्षवर्धन ने कहा कि चालक और सहायक पूरे देश में यात्रा करते हैं और वे संक्रमण की दृष्टि से संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि आईआरसीएस द्वारा वितरित किए जा रहे मास्क उनकी बहुत मदद करेंगे। कोविड-19 की स्थिति पर हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया में भारत में स्वस्थ होने की दर सबसे अधिक है। बयान में उनके हवाले से कहा गया है, ‘‘संक्रमण के मामले भी कम हो रहे हैं और आज यह 1.48 लाख हैं। जनवरी 2020 में (कोरोना वायरस की जांच के लिए) एक प्रयोगशाला थी और अब यह संख्या 2,373 है। हमारे पास एक दिन में 10 लाख से अधिक जांच करने की क्षमता है। हमने 20 करोड़ जांच पूरी कर ली है। यह ‘संपूर्ण सरकार’ और ‘संपूर्ण समाज’ के दृष्टिकोण का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर आदि के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गया है, बल्कि अब उन्हें निर्यात करने की स्थिति में भी है। देश में चल रहे टीकाकरण अभियान पर, उन्होंने कहा कि अब तक 58 लाख से अधिक लाभार्थियों को टीका लगाया जा चुका है। टीके के बारे में गलत सूचना और अफवाहों पर, हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘बहुत से लोग टीके से संबंधित गलत सूचना और अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि ऐसी किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।’’