उतराखंड में चुनावी गहमागहमी चरम पर है। सियासी पार्टियां अपनी तिकड़म भिड़ाने में लगी हुई हैं तो व्यक्तिगत तौर पर नेताओं ने भी गुणा-गणित करना शुरू कर दिया है। दो दिन पहले उत्तराखंड में कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत पार्टी हाईकमान से नाराज थे। लेकिन कल राहुल गांधी के आवास पर हुई बैठक से उनकी नाराजगी दूर हो गयी।मीडिया को दिए अपने वक्तव्य में हरीश रावत कहते हैं, “जैसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) है, वैसे ही आल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) भी मालिक है। जो पार्टी के प्रभारी हैं, वह कोच हैं लेकिन कप्तान का भी अपना स्थान है। इन तीनों के बीच एक विश्वास और समझ का रिश्ता होना चाहिए। मैंने जो भी कहा वह जीतने के लिए कहा। कभी पीड़ा व्यक्त करना भी पार्टी के लिए लाभदायक होता है।”