रणघोष अपडेट. देशभर से
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने अपनी राष्ट्रीय पार्टी का नाम भारतीय राष्ट्र समिति ( बीआरएस) रखा है। उन्होंने बुधवार को इसकी घोषणा हैदराबाद में की। यहां आयोजित कार्यक्रम में उनकी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने प्रस्ताव पारित कर नाम बदलने की घोषणा की। बीआरएस अब अन्य राज्यों में अपनी यूनिट गठित करेगी और जरूरत पड़ने पर चुनाव भी लड़ेगी। केसीआर का अगला कदम दिल्ली में रैली का है। अभी यह साफ नहीं है कि यह रैली बीआरएस की होगी या फिर विपक्षी दलों की। केसीआर ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब वो देश में बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बाहर करने के लिए एक राष्ट्रीय मोर्चा बनाना चाहते हैं। हाल ही में उन्होंने कई राज्यों का दौरा भी किया था। यही वजह है कि आज गुरुवार को जब उन्होंने यह कार्यक्रम रखा था कर्नाटक की जेडीएस पार्टी के चीफ और पूर्व सीएम कुमारस्वामी और डीएमके के तमाम नेता इस कार्यक्रम में हैदराबाद पहुंचे। केसीआर ने वादे के मुताबिक दशहरे पर ठीक 1:19 पर इसका एलान किया। केसीआर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते रहे हैं। वह कह चुके हैं कि मोदी सरकार को जाना चाहिए और एक गैर बीजेपी सरकार को केंद्र की सत्ता में आना चाहिए। राष्ट्रीय पार्टी की घोषणा के बाद अब केसीआर सरकार तेलंगाना में चलाई जा रही योजनाओं को देश भर के लोगों के सामने रखेगी। इन योजनाओं में रायथु बंधु और दलित बंधु योजना भी शामिल है। रायथु बंधु का शाब्दिक अर्थ है ‘किसान का मित्र’। इस योजना के दो उद्देश्य हैं। पहला, किसानों को शुरुआती निवेश की जरूरतों के लिए समय पर नकद धनराशि देना, दूसरा, यह सुनिश्चित करना कि किसान कर्ज के जाल में न फंसें। तेलंगाना में लाखों किसानों को इस योजना से लाभ मिला है।