पहले से ज्यादा खतरनाक है कोरोना का नया स्ट्रेन, जानें कोविड के नए लक्षण

 रणघोष अपडेट. देशभर से


भारत में सितंबर 2020 में एक दिन में 1,00,000 कोविड-19 के मामले सामने आए थे जो अचानक से जनवरी तक कम होने शुरू हो गए। जिसके बाद एक दिन में 10,000 नए मामले देखे गए। वहीं फरवरी से कोरोना मामलों की संख्या फिर से बढ़नी शुरू हो गई। अब एक दिन में दोबारा एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। भारत में कोरोना मामलों में फिर से तेजी देखी गई है और ऐसा करने वाला हमारा देश दूसरे नंबर पर है। भारत में गुरुवार को कोरोना वायस के 1,26,789 नए मामले दर्ज किए गए जो अब तक सबसे ज्यादा है। महाराष्ट्र में लगभग 59,907 मामले और छत्तीसगढ़ में 10,310 मामलों ने दर्ज किए हैं। दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 5,506 नए मामले सामने आए जो इस साल एक दिन की सर्वाधिक संख्या है। केंद्र सरकार ने कहा है कि आने वाले चार हफ्ते देश के लिए इस महामारी को नियंत्रित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। विशेषज्ञों ने चिंता जताते हुए बताया है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहले की तुलना में अधिक गंभीर है। शोधकर्ताओं के अनुसार कोविड-19 की दूसरी लहर के साथ इसके लक्षणों में भी बदलाव देखें गये हैं। जिसके बाद शोधकर्ताओं ने लक्षणों की लिस्ट में बदलाव किए हैं। कोविड-19 के सामान्य लक्षणों में बुखार, शरीर में दर्द, सुंघने और स्वाद आना बंद होना, ठंड लगना, सांस फूलना शामिल है। कई और अध्ययन में पाया गया कि मरीजों की गुलाबी आंखे, गैस्टोनॉमिकल स्थितियां और सुनने की शक्ति कम होने पर इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।

गुलाबी आंखे- चीन में किए गए अध्ययन के अनुसार गुलाबी आंखे या नेत्रश्लेष्मलाशोथ संक्रमण का संकेत है। इसमें लोग आंखों में रेडनेस, सूजन या आंखों में पानी आने वाली दिक्कतों का समाना कर सकते हैं। अध्ययन में कोरोना पॉजिटिव 12 मरीजों में यह लक्षण देखे गए।

कानों से सुनने में दिक्कत होना- यदि आपने हाल के दिनों में बजने वाली ध्वनि या किसी प्रकार की श्रवण हानि देखी है, तो यह कोरोना वायरस का संकेत हो सकता है।

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण कानों में सुनने की समस्याओं का कारण बन सकता है। शोधकर्ताओं ने 56 अध्ययनों में पाया कि कोविड, सुनने से संबंधित और कानों की समस्याओं के बीच एक जुड़ाव था। उन्होंने अध्ययन के 24 में से डेटा को अनुमान लगाया कि सुनवाई हानि की दिक्कत 7.6 प्रतिशत थी।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण- शोधकर्ताओं के अनुसार, कई पेट संबंधी शिकायतें जैसे दस्त, उल्टी, पेट में ऐंठन, मतली और दर्द कोरोनावायरस के लक्षण हैं। यदि आप किसी भी पाचन असुविधा का सामना कर रहे हैं, तो आपको खुद का परीक्षण करवाना चाहिए।

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