फिर लहराया परचम, सुपर 100 सुपर हिट

–एसडीएम रविन्द्र यादव ने बधाई देते हुए छात्रों व शिक्षकों की अथक मेहनत को दिया श्रेय


 विद्यालय शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा सुपर-100 के नाम से एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना आरम्भ की गई है। सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों का दाखिला आईआईटी व एनआईआईटी में तथा मेडिकल कालेज या एआईआईएमएस में हो इसके लिए सरकार द्वारा दो स्थानों पर रेवाड़ी एवं पंचकूला में कोचिंग की व्यवस्था की गई जहां विद्यार्थी मेडिकल तथा नान-मेडिकल संकाय से जेईई व एनईईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और सफलता के परचम लहरा रहे हैं। एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव ने सभी सफल व तैयारी कर रहे छात्रों को बधाई दी। एसडीएम रविन्द्र यादव ने कहा कि रेवाड़ी में विकल्प फाउडेशन के संस्थापक नवीन मिश्रा जो आईआईटी दिल्ली से इंजीनियर स्नातक हैं को यह जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2018 में विकल्प संस्था रेवाड़ी ने सांझा रूप से सुपर -100 प्रोग्राम प्रारंभ किया था। पंचकूला में एसीई टयूटोरियलस तथा एएलन कैरियर इंस्टीयूट द्वारा यह दायित्व संभाला गया है। इस वर्ष इसमें 50 विद्यार्थी सुपर-100 रेवाड़ी और 71 विद्यार्थी सुपर-100 पंचकूला में प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं। इनके ठहरने, खाने-पीने, वर्दी, पुस्तकें, यातायात, स्टेशनरी, टैस्ट, परीक्षा फीस, स्कूली शिक्षा, बोर्ड परीक्षा इत्यादि का पूरा खर्च विभाग द्वारा वहन किया जाता है। प्रशिक्षण का पूरा खर्च तीन केन्द्रों द्वारा नि:शुल्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 9 मार्च 2021 को जईई मेन्स की परीक्षा के परिणाम आए जिसमें विकल्प केन्द्र रेवाड़ी के इन विद्यार्थियों द्वारा फिर सफलता के झंडे गाड़ दिए गए और फिर असंभव को संभव बना दिया। इसमें कुल 50 बच्चों में से 3 के द्वारा 99 प्रतिश से भी अधिक अंक प्राप्त किए, 10 विद्यार्थियों द्वारा 95 प्रतिशत से अधिक, 9 विद्यार्थियों द्वारा 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं तथा 34 विद्यार्थी 80 प्रतिशत अंकों से ऊपर रहे। तीनों केन्द्रों में कुल 109 विद्यार्थी इस परीक्षा में बैठे जिसमें उच्चतम प्रसेन्टाइल 99.72 रहा तथा 53 विद्यार्थियों द्वारा 80 प्रसेन्टाइल से ऊपर का स्कोर प्राप्त किया गया। पूरे भारत में किसी भी राज्य के सरकारी विद्यालयों का अथवा सरकारी प्रशिक्षण केन्द्र का यह सबसे शानदार और रिकार्ड परिणाम रहा।

एसडीएम ने कहा कि शिक्षा विभाग व विकल्प फाउंडेशन रेवाड़ी आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन होनहार बच्चों के हुनर को तराशकर उनके भविष्य को नई उंचाईयां प्रदान कर रहा है ।  शिक्षा विभाग व विकल्प फाउंडेशन का यह प्रयास काबिले तारीफ है। विकल्प फाउंडेशन रेवाड़ी में प्रति वर्ष सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले आर्थिक रूप से कमजोर 100 बच्चों का चयन करके उन्हें नि:शुल्क कोचिंग दी जाती है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों ने परीक्षा उत्तीर्ण कर  जिले व प्रदेश का नाम रोशन किया है वे बधाई के पात्र हैं । उन्होने कहा कि जो बच्चे इस बार सफल नहीं हो पाए वे पुन: मेहनत करें।

एसडीएम ने कहा कि उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन और निरंतर निगरानी, छात्रों व शिक्षकों की मेहनत की बदौलत बेहतर परिणाम आए हैं। एसडीएम रविन्द्र यादव ने विकल्प संस्था के संस्थापक नवीन मिश्रा व संस्था के शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि उनके प्रयास बहुत ही सार्थक रहे हैं और इस प्रकार लग्न और मेहनत से बच्चों को मार्गदर्शन मिलता रहा तो आने वाले वर्ष में सफल बच्चों की संख्या और अधिक होगी और यह इस क्षेत्र के लिए गौरव की बात होगी। उन्होंने कहा कि विकल्प संस्था के संस्थापक नवीन कुमार मिश्रा बिना किसी निजी स्वार्थ के बच्चों को पढ़ा कर उनके भविष्य को उज्जवल बना रहे हैं, जिसके लिए मिश्रा जी और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र हैं। गत वर्ष भी यह परिणाम बहुत शानदार था। कोविड-19 की महामारी के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई 7 महीने कोचिंग बन्द होने के कारण ऑनलाइन माध्यम से ही विद्यार्थियों को जोड़े रखा गया। केवल चार महीनों की कक्षाओं के बल पर ही यह परिणाम आया है। 

सुपर-100 में पढऩे वाले ये सभी विद्यार्थी एससी, बीसी तथा ईडब्ल्यूएस श्रेणी से सम्बन्धित है जो लाभ से वंचित वर्ग का प्रतिनिधिन्तव करते हैं। इनकी दसवीं कक्षा तक की नींव केवल सरकारी विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा ही बनाई गई। ये विद्यार्थी जो किसी मजदूर, किसान, दिहाड़ीदार, छोटे दुकानदार और कमेरे वर्ग के परिवारों से आते हैं। इन्होंने इस मुकाम को हासिल करने के लिए अपना पूरा जोर लगाया है तथा ये सभी अपने गाँव/वार्ड/कस्बे के इस वर्ग के अन्य विद्यार्थियों के लिए आज रोल मॉडल बन गए हैं। प्रदेश के हिन्दी माध्यम से पढऩे वाले ये विद्यार्थी जो अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों से हैं, इन्होंनें अंग्रेजी माध्यम के उन विद्यालयों के विद्यार्थियों को सीधी चुनौती दी है जिसमें साधन सम्पन्न माता-पिता हर सुविधा उपलब्ध करवाते हैं। इस पूरी व्यवस्था के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव विद्यालय शिक्षा डॉ महावीर सिंह तथा निदेशक सैकेण्डरी शिक्षा डॉ. जे. गणेशन जो शिक्षा मन्त्री कवंरपाल के नेतृत्व में इस कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम तक ले जा रहे हैं, उन्हें बहुत-बहुत बधाई। बिहार की सुपर 30 की तर्ज पर चलाया गया सुपर-100 कार्यक्रम विद्यालय शिक्षा विभाग का स्वर्ण पदक है जिसमें अनेक कठिनाइयों के बाद भी अपने विद्यार्थियों को कड़ी प्रतियोगिता के लिए न केवल तत्पर किया अपितु उम्मीद से बेहतर परिणाम भी हासिल किए। आशा है यह कार्यक्रम इसी दृढ़ता और संकल्प के साथ आगे भी संचालित रहेगा। प्रशिक्षण देने वाली तीनों संस्थाओं को बहुत-बहुत बधाई। विकल्प फाउडेशन के संस्थापक नवीन मिश्रा का बहुत-बहुत आभार।

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