हिमाचल में बि‍ल्डिंग के शीशे तोड़कर भागीं 13 लड़कियां, कुछ ने गांव में ली शरण तो कुछ… जानें-क्‍या था माजरा

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के परवाणू में एक नशा मुक्ति केंद्र 13 लड़कियां भाग गई. घटना के बाद केंद्र में हड़कंप मच गया. बाद में लड़कियों को जंगल से रेस्क्यू कर लिया गया. फिलहाल, इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. जानकारी के अनुसार, परवाणू के खड़ीन गांव में एक नशा मुक्ति केंद्र है. यहां पर कुल 17 लड़कियां उपचाराधीन हैं. शनिवार की रात को नशा मुक्ति केंद्र से 17 मे से 13  लड़कियां खिड़की के शीशे तोड़कर जंगल और गांव की ओर भाग गईं. नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों और पुलिस की मदद से सभी को तलाश किया गया और फिर केंद्र भेज दिया गया. इस घटना से एक बार फिर नशामुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है. केंद्र में ज्यादातर लड़कियां पंजाब और हरियाणा से भर्ती हैं. दरसअल, पंजाब में नशामुक्ति केंद्रों पर पाबंदी के बाद चलते लोग अब हरियाणा और हिमाचल आ रहे हैं. हालांकि, जब से हिमाचल में नशामुक्ति केंद्र खुले हैं, इनमें मारपीट और नशे के कई मामले सामने आर रहे हैं. बता दें कि परवाणू में एक नशा मुक्ति केंद्र में एक मरीज की मौत हो गई थी और बाद में नशा मुक्ति केंद्र को बंद कर दिया गया.  कुछ महीने पहले एक नशा मुक्ति केंद्र में नशा लेते युवकों का वीडियो वायरल हुआ था, जिसे बंद करने के निर्देश दिए गए थे. परवाणू में ही एक अन्य नशा मुक्ति केंद्र को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन वह बिना किसी रोकटोक चल रहा है.

परिजनों ने नहीं दी शिकायत

उधर, नशा मुक्ति केंद्र से भागने के बाद लड़कियों का  जंगल तथा स्थानीय लोगों की से शरण लेना केंद्रों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है. हालांकि, इस नशा मुक्ति केंद्र के दस्तावेज वैद्य थे. फिलहाल, लड़कियों के परिजनों ने थाने में शिकायत नहीं दी है.

himachal News, Solan

डीएसपी परवाणू का कहना है कि लड़कियों को घर वालों से फोन पर बात नहीं करनी दी जाती थी, वो इसलिए भागीं हैं. एसपी सोलन ने कहा कि जांच की जा रही है.

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