गडकरी के साथ सोहना से हिलालपुर टोल तक किया रोड शो (
120 की स्पीड से दौडैगें वाहन)
रणघोष अपडेट. गुरुग्राम
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के सोहना से दौसा तक के 246 किलोमीटर भाग का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को किया। प्रधानमंत्री के शुभारंभ से पूर्व सोहना के गुरुग्राम में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह , केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने एक ही कार में सवार होकर सोहना के अलीपुर से हिलारपुर टोल तक का सफर किया। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी उपस्थित थे। इस मार्ग के चालू होने के बाद गुरुग्राम वासियों को जयपुर जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग मिलेगा वही मुंबई का सफर भी आने वाले दिनों में आसान होगा। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस भाग के चालू होने के बाद 246 किलोमीटर की दूरी केवल दो से ढाई घंटे में तय हो सकेगी। उन्होंने कहा कि
1368 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट को 40 से अधिक भागों में बांटा गया है।
एक्सप्रेस-वे की ऊपरी परत जर्मन तकनीक स्टोन मेट्रिक्स एसफाल्ट से बनाई गई है। इस तकनीक में फाइबरनुमा मोटे दानों का इस्तेमाल होता है। राव ने बताया कि यह एशिया का पहला वह संभवत विश्व का दूसरा एक्सप्रेसवे होगा जिसमें वन्यजीवों की आवाजाही की सुविधा के लिए ओवर पास की सुविधा होगी एक्सप्रेस वे पर 28 लेन की सुरंग भी होगी। राव ने कहा कि हरियाणा के करीब 160 किलोमीटर से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे गुजरेगा इस 160 किलोमीटर एक दूसरे पर करीब 11हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की दूरगामी सोच के चलते 1368 किलोमीटर का यह लंबा एक्सप्रेसवे रिकॉर्ड समय में पूरा होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि मार्च 2019 में श्री गडकरी ने इस एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखी थी।
हमने कहा कि 2024 शुरुआत में मुंबई तक इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
राव ने कहा कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे वर्तमान में 8 लाइन का तैयार किया जा रहा है लेकिन भविष्य में इसे 12 लेन तक विस्तार किया जा सकता है। राव ने बताया कि गुरुग्राम व नूंह जिले के गांवों से होकर यह एक्सप्रेसवे जा रहा है। राव ने कहा कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद राजस्थान के अलवर, दाैसा, जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्ताैड़गढ़, उदयपुर, मध्यप्रदेश के भोपाल, उज्जैन, इंदौर, गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत सहित कई शहर की कनेक्टिविटी दिल्ली और मुंबई से बेहतर हो जाएगी।
I don’t think the title of your article matches the content lol. Just kidding, mainly because I had some doubts after reading the article.