कोसली गांव की पुरानी परंपरा के अनुसार गुरुवार सुबह 7बजे विधि पूर्वक पूजा करके होली से एक महीना पहले डान्डा रोपने की रस्म पूरी की गईं। समाजसेवी होशियार सिंह नम्बरदार व जयपाल नम्बरदार कोसली ने इस रस्म की प्रक्रिया को पूरा किया। यहां गौरतलब है कि जिले के सबसे बड़े गांवों में शामिल कोसली में होली एक ही जगह मंगलायी जाती है। यह भाईचारे की अनूठी मिशाल है।