पाकिस्तान में इस समय हालात सही नहीं हैं। भारत के पड़ोसी मुल्क में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार के बीच संघर्ष खून-खराबे में बदल गया। कई लोग इसमें अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि, बुधवार की रात के इमरान समर्थक और सेना के बीच हुआ विरोध प्रदर्शन थम गय, लेकिन इस घटना ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं, जिसे फरवरी-मार्च में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करनी है। अगर हालात जल्द ठीक नहीं होते हैं तो फिर पाकिस्तान से इसकी मेजबानी छिन सकती है। हालांकि, एक बात तय है कि अब पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित करने के लिए झुकना पड़ सकता है।
पाकिस्तान में क्यों हो रही है हिंसा?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिन पहले पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम में कम्यूनल वॉयलेंस हुआ। अफगान सीमा के करीब कुर्रम के जनजातीय जिले में यह हिंसा हुई। करीब 80 लोगों ने इसमें अपनी जान गंवा दी। हाल ही में शिया समुदाय के सुरक्षा से घिरे हुए एक काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ये हिंसा और भी ज्यादा भड़क गई। हालांकि, एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, शिया और सुन्नी समुदाय के नेताओं के बीच बातचीत हो गई है और हिंसा को रोकने पर सहमत हो गए हैं, लेकिन जमीन पर अभी हालात सामान्य नहीं हैं। वहीं, एक अन्य बड़ी घटना इस्लामाबाद में देखने को मिली, जहां इमरान खान के समर्थन और सेना के बीच टकराव देखने को मिला। बात गोलीबारी तक पहुंच गई, जिसमें 10 लोगों की जान चली गई। इनमें 4 सैनिक भी शामिल हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर असर
पाकिस्तान में जारी हिंसा का असर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर पड़ने की पूरी उम्मीद है और इसकी शुरुआत श्रीलंका के पाकिस्तान दौरे के साथ शुरू हो चुकी है। श्रीलंका ए ने पाकिस्तान का दौरा हिंसा के कारण कैंसिल कर दिया है। इसके अलावा इसी शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी की बैठकर चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर होनी है। अगर उस समय तक हालात सामान्य नहीं होते हैं तो फिर पीसीबी से मेजबानी छिनने का भी खतरा है।
बांग्लादेश में हाल ही में तख्तापलट हुआ था और उस समय बांग्लादेश में आईसीसी वुमेंस टी20 वर्ल्ड कप होना था, लेकिन इसे यूएई शिफ्ट कर दिया गया। अगर पाकिस्तान में भी यही हालात जारी रहते हैं तो फिर चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भी ऐसा ही ऐलान आईसीसी की ओर से हो सकता है। हालांकि, अब भारत का पॉइंट प्रूव हो गया है कि इन हालातों में टीम इंडिया का पाकिस्तान जाना सुरक्षित नहीं है और ऐसे में टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित किया जाएगा। इसकी पुष्टि शुक्रवार को हो सकती है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस बात पर अड़िग है कि टूर्नामेंट पूरी तरह पाकिस्तान में होना चाहिए, लेकिन मौजूदा हालातों के कारण पाकिस्तान को झुकना पड़ेगा। हालांकि, जिन तीन शहरों में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी होनी है। उनमें कोई बड़ी हिंसा या हमले की खबर नहीं है, लेकिन पाकिस्तान एक छोटा देश है तो फिर कुछ भी कहना सेफ नहीं होगा। यही कारण है कि फिलहाल के लिए आईसीसी हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव पारित कर सकती है। अगर बाद में हालात खराब रहते हैं तो इसे शिफ्ट करने पर विचार किया जा सकता है।
पाकिस्तान में हो रहे हमले
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने यात्रियों को ले जा रहे तीन वाहनों को निशाना बनाकर हमला किया था, जिसमें करीब 50 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ये हिंसा भड़की, लेकिन इससे पहले भी कुछ हमले पाकिस्तान में हुए हैं। नवंबर की शुरुआत में ही पाकिस्तानी अलगाववादियों ने दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के एक रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट किया था, जिसमें 14 सैनिकों सहित 26 लोगों की जान चली गई थी। आए दिन पाकिस्तान में ये होता रहता है। ऐसे में भारतीय टीम का पाकिस्तान जाना सुरक्षित नहीं है। भारत सरकार चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को वहां भेजने की अनुमति नहीं देगी।