महेंद्रगढ़ में जीएम बदला, जिस शिकायत को आधार बनाया वह झूठी निकली

रणघोष अपडेट.  महेंद्रगढ़

 केंद्रीय सहकारी बैंक महेंद्रगढ़ के महाप्रबंधक प्रशांत यादव का अचानक तबादला कर उन्हें फरीदाबाद भेज दिया है। जिस शिकायत को आधार बनाया गया वह झूठी साबित हुई। तबादला के पीछे सोची समझी साजिश बताई जा रही हैं। महेंद्रगढ़ से भाजपा विधायक कंवर सिंह यादव है जो लंबे समय से इस बैंक की प्रबंधक समिति के चेयरमैन पद पर अभी भी कार्यरत हैं। उनकी जीत में उन स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का विशेष योगदान रहा है जिन्हें सरकार की तरफ से अपना रोजगार शुरू करने  के लिए ऋण मुहैया करवाया गया। इसमें महाप्रबंधक प्रशांत यादव  की विशेष भूमिका रही थी। उनकी बैंक भैया के नाम पर अपने स्तर पर शुरू की गई मुहिम की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुईं। जिसके तहत महेंद्रगढ़ जिले की 10 हजार से ज्यादा महिलाओं को सरकारी योजना का सीधा लाभ मिला।  यहां तक की अंतर्राष्ट्रीय मीडिया समूह हिस्ट्री-18 ने भी अलग से इसे कवर किया था। 2022-2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने जीएम  प्रशांत यादव को विशेष तौर से इस पहल के लिए  सम्मानित किया था। प्रशांत यादव का तबादला सोची समझी साजिश के तहत  हुआ है यह साफ साबित हो रहा है। प्रशांत यादव पर बिना सत्यता को जाने एक दो अखबारों में यह समाचार प्रकाशित करा दिया गया की दीपावली पर्व पर जहां भाजपा सरकार ने  सभी विभागों में समय से  पहले कर्मचारियों को तनख्वाह देने का कार्य किया था  वही महेन्द्रगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक के एचकेआरएन के कर्मचारियों को आज तक तनख्वाह नहीं दिया गया जबकी पूरे हरियाणा के अन्य सहकारी बैंको के एचकेआरएन कर्मचारियों को इस पर्व से पहले तनख्वाह दी जा चुकी  है। इस आधार पर प्रशांत यादव को स्थानांतरित किया गया है। पता चलते ही बैंक में कार्यरत समस्त एचकेआरएन कर्मचारियों ने लिखित में इस शिकायत को एकदम तर्कहीन और झूठा बताया। सभी कर्मचारियों ने बताया की उन्हें  समय पर वेतन  मिल गया था। इतना ही नही बेहतर कार्यप्रणाली के चलते महाप्रबंधक प्रशांत यादव द्वारा उन्हें टोकन उपहार देकर भी सम्मानित किया गया। जब तक वे यहा कार्यरत रहे उनके कुशल मार्गदर्शन में काफी समय से घाटे में चल रहा यह बैंक अब तेजी से मुनाफे पर आ  गया था। उनका तबादला सोची समझी साजिश के तहत किया गया है। इससे कर्मचारी ओर अधिकारियों पर बेहतर कार्य करने की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ेगा। उधर इस बारे में प्रशांत यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने कोई भी बयान देने से साफ मना कर  दिया।