इजरायल ने लेबनान में भीषण हमले किए हैं। इन हमलों में गुरुवार को ही 52 लोगों की मौत हो गई। इजरायल का कहना है कि हिजबुल्ला को टारगेट करके ये हमले दक्षिण बेरूत और आसपास के इलाकों में किए गए हैं। हिजबुल्ला का कहना है कि बीते कई सालों में ऐसा पहली बार है, जब इजरायल की सेना ने इतने अंदर तक घुसकर हमला किया है। गाजा में छिड़े संघर्ष के बाद हिजबुल्ला ने भी इजरायल को टारगेट किया था और तब से ही इजरायल लेबनान को भी निशाना बना रहा है। हिजबुल्ला और इजरायल के बीच करीब 11 महीनों से जंग जारी है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है, ‘इजरायल की सेना ने बालबेक जिले को निशाना बनाया है, यह पूर्वी इलाके में स्थित है। इस हमले में 40 लोग मारे गए हैं, जबकि 52 बुरी तरह जख्मी हैं।’ इजरायल ने कुल 10 ठिकानों को टारगेट किया है। इन हमलों में एक परिवार बुरी तरह टारगेट हुआ है। कपल मारा गया है और उसके 4 बच्चे भी इजरायल के हमले में मारे गए हैं। इसके अलावा नाभा के पास एक इलाके में भी एक कपल की हमले में मौत हुई है और उनकी छोटी बेटी भी मारी गई है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को एक ही दिन में इजरायल ने लेबनान पर 12 स्ट्राइक कीं और बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया।
इस बीच इजरायल को गाजा में नुकसान हुआ है। हमास की सैन्य शाखा अल-क़स्साम ब्रिगेड ने कहा है कि उसके लड़ाकों ने उत्तरी गाजा के बेत लाहिया शहर में 15 इज़रायली सैनिकों को करीब से मार गिराया है। अल-क़स्साम ब्रिगेड गुरुवार को कहा कि उसके लड़ाकों ने 15 सैनिकों की एक इज़रायली पैदल सेना इकाई से मुठभेड़ की और उन्हें करीब से मार गिराया। एक अलग बयान में, अल-क़स्साम ब्रिगेड ने घोषणा की कि उसने उत्तरी गाजा में जबालिया कैंप के पश्चिम में सफ़तवी क्षेत्र के पास एक इज़रायली मर्कवा टैंक को टेंडम शेल से निशाना बनाया है।
इस बीच, इस्लामिक जिहाद आंदोलन की सशस्त्र शाखा अल-कुद्स ब्रिगेड ने कहा कि उसने मानक 60 मिमी मोर्टार शेल का उपयोग करके केंद्रीय जबालिया कैंप में जबालिया सर्विसेज क्लब के पास इज़रायली सैनिकों और वाहनों के जमावड़े को निशाना बनाया है। इज़रायली सेना ने इन हमलों के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है। उधर, गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार,07 अक्टूबर, 2023 से, इज़रायल ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर युद्ध छेड़ा है, जिसके कारण 44,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है और घरों तथा बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है।