महेंद्रगढ़ सीट पर महाभारत में बदली राजनीति

भाजपा ने महेंद्रगढ़ सीट बदलकर विरासत परपंरा को खत्म कर दिया


रणघोष खास. महेंद्रगढ़ की जमीन से

हरियाणा के सबसे अंतिम क्षोर में बसी महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट जिस पर भाजपा हाईकमान की कभी नजर नही जाती थी। यहा से प्रो. रामबिलास शर्मा का चेहरा ही पार्टी की टिकट होती थी। इस सीट के इतिहास में पहली बार चेहरे को ही पूरी तरह से बदल दिया गया। इतना ही नही भाजपा हाईकमान ने साफ संकेत भी दे दिए की सीट किसी की विरासत नही होती है। यहां से हाईकमान ने बेहद ही साधारण और शांत चेहरे कंवर सिंह यादव को मैदान में उतारा है। जिसके बायाडोटा में राजनीति की शुरूआत भाजपा से शुरू होकर भाजपा पर ही खत्म हो रही है। कंवर सिंह को यह टिकट पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा की बदौलत मिली है।  इस शख्स को राजनीति के इधर उधर के रास्तों का भी नही पता है।

आइए कंवर सिंह की राजनीति यात्रा पर नजर डालते हैं। अर्थ शास्त्र से एमए की पढ़ाई करते समय ही कंवर सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए थे। आरएसएस में शिक्षा वर्ग का प्रथम वर्ष सतना मध्यप्रदेश से पूरा करने के बाद सन1995 से लेकर आज तक भाजपा में सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर कार्य करते आ रहे हैं। इसी दौरान उन्हें भाजपा की तरफ से अनेक जिम्मेदारियां मिली। जिसमें 1995 में मडल महामंत्री, 1996 में विधानसभा प्रभारी व मंडल महामंत्री, सन 2004 से 2009 भाजपा जिला अध्यक्ष महेंद्रगढ़, 2009 में विधानसभा प्रभारी, 2009 से 2013 तक प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, 2013 से 2016 तक भाजपा जिला अध्यक्ष महेंद्रगढ़, 2016 से 2019 तक प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, 2018 चेयरमैन सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक महेंद्रगढ़, 2019 में लोकसभा चुनाव सह प्रभारी महेंद्रगढ़, 2019 विधानसभा नांगल चौधरी प्रभारी एवं 2024 तक निदेशक सहकारी  बैंक महेंद्रगढ़ में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।